70 करोड़ 54 लाख की लागत से बनी ठोस अपशिष्ट प्रबंधन इकाई
सागर से प्रदेश में “गंदगी भारत छोड़ो-मध्यप्रदेश” अभियान का शुभारंभ
नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने रविवार को सागर में मसवासी ग्रंट में अत्याधुनिक एकीकृत ठोस प्रबंधन इकाई के लोकार्पण के साथ ही प्रदेश में ‘गंदगी भारत छोड़ो-मध्यप्रदेश’ अभियान का शुभारंभ किया। इस इकाई की लागत 70 करोड़ 54 लाख रूपये है। सबसे अहम बात यह है कि यहां पर प्रदेश का पहला एनीमल कारकस प्लांट भी लगाया गया है, जहाँ मृत मवेशियों के शवों को वैज्ञानिक ढंग से डिस्पोज किया जायेगा। ‘गंदगी भारत छोड़ो-मध्यप्रदेश’ अभियान 16 से 30 अगस्त तक चलेगा।
मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने अधिकारियों को निर्देशित किया की प्लांट में स्थानीय लोगों को रोजगार दिया जाये। उन्होंने कहा कि कचरे के परिवहन के समय गाँव के लोगों को कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। श्री सिंह ने कहा कि भोपाल, इंदौर, जबलपुर और कटनी मे इस तरह के प्लांट संचालित हैं, लेकिन सागर का यह प्लांट आधुनिकतम मशीनों से लैस है। प्लांट में सागर नगर निगम सहित जिले के 10 नगरीय निकाय खुरई, मकरोनिया, राहतगढ़, बीना, देवरी, बंडा, गढ़ाकोटा, रहली, शाहपुर, शाहगढ़ से निकलने वाले कचरे का निष्पादन किया जायेगा और जैविक खाद तैयार की जायेगी। प्लांट संक्रामक बिमारियों से रोकथाम और सागर को कचरा मुक्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा।
मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य व समृद्धि के लिये स्वच्छता आवश्यक है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने इस दिशा में देश और प्रदेश को गंदगी मुक्त बनाने के लिए लगातार कार्य किया है। इसी का परिणाम है कि देश के सबसे स्वच्छ शहरों में प्रथम और द्वितीय स्थान रखने वाले शहर इंदौर, भोपाल मध्यप्रदेश के हैं। उन्होंने कहा कि अगले तीन वर्षों में मध्यप्रदेश के शहरों में कचरे के ढेर देखने को नही मिलेंगे। शहरों की गंदगी सबसे बड़ी समस्या है। इसे हमे चुनौती के रूप में लेना है।
मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि कोरोना के नियंत्रण व रोकथाम के लिये मध्यप्रदेश में सरकार ने बेहतर कार्य किया है। जिसके फलस्वरूप आज मध्यप्रदेश 15 वे स्थान पर है। मुख्यमंत्री श्री चौहान प्रतिदिन कोरोना नियंत्रण की समीक्षा करते हैं। उन्होंने विभिन्न सत्रों में अब तक 600 से अधिक घंटे कोरोना की समीक्षा की है। प्रदेश में कोरोना का निःशुल्क इलाज किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सागर में कोरोना नियंत्रण का अच्छा कार्य हुआ है।
5 लाख लोगों को निःशुल्क मास्क वितरित
मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने बताया कि कोरोना बचाव के लिये प्रदेश में चलाये गए ‘एक मास्क-अनेक जिन्दगी’ अभियान के तहत 5 लाख लोगों को निःशुल्क मास्क वितरित किये गए हैं। उन्होंने कहा कि 16 से 30 अगस्त तक चलाये जाने वाले गंदगी भारत छोड़ों अभियान के तहत नगरीय निकायों की रैकिंग की जायेगी और अच्छा कार्य करने वाली नगरीय निकायों को मुख्यमंत्री से सम्मानित करवाया जायेगा। मंत्री श्री सिंह ने कहा कि सागर के विकास में फन्ड की कोई कमी नहीं होगी और मकरोनिया को स्मार्ट सिटी में शामिल किया जायेगा।
कार्यक्रम में सागर सांसद श्री राजबहादुर ने कहा कि सागर जिला गंदगी मुक्त बनेगा। क्षेत्रीय विधायक श्री प्रदीप लारिया ने कहा कि देश में लगभग 35 प्रतिशत कचरे का ही प्रबंधन हो पाता है। कचरे के कारण बीस बाईस प्रकार की बीमारियां होती हैं। उन्होंने सागर को गंदगी मुक्त बनाने के लिए किये गए कार्य पर प्रसन्नता व्यक्त की। सागर विधायक श्री शैलेन्द्र जैन ने कहा कि सागर के लिये गौरव की बात है कि गंदगी मुक्त बनाने के लिए ठोस प्रबंधन इकाई शुरू हो रही है। उन्होंने कहा कि कचरे से विद्युत उत्पादन की संभावना पर भी विचार हो।आयुक्त नगरीय प्रशासन एवं विकास श्री निकुंज श्रीवास्वत ने 16 से 30 अगस्त तक चलाये जा रहे ‘गंदगी भारत छोड़ो-मध्यप्रदेश’ अभियान के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम में जन-प्रतिनिधि, कलेक्टर श्री दीपक सिंह एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।