प्रदेश की ग्रामीण आबादी शुद्ध पेयजल के लिए परेशान न हो इस दिशा में सरकारी प्रयास तेजी से जारी हैं। जहाँ जलस्त्रोत हैं, वहाँ उनका समुचित उपयोग कर आसपास के ग्रामीण रहवासियों को नल कनेक्शन के माध्यम से पेयजल प्रदाय किया जायेगा। जिन ग्रामीण क्षेत्रों में जलस्त्रोत नहीं हैं वहाँ यह निर्मित किए जायेंगे। कोई भी ग्रामीण रहवासी पेयजल के लिए परेशान नहीं हो यह व्यवस्था चरणबद्ध तरीके से अगले तीन सालों (2023 तक) में पूरा करने का लक्ष्य है।
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा ग्वालियर-चम्बल संभाग के ग्वालियर, गुना, अशोकनगर तथा भिण्ड जिले में 134 ग्रामीण नल-जल प्रदाय योजनाओं हेतु 137 करोड़ 18 लाख रूपये की स्वीकृति दी गई है। विभाग के मैदानी अमले द्वारा जल जीवन मिशन के मापदण्डों के अनुसार प्रकिया प्रारम्भ की जा रही है।
राष्ट्रीय जल जीवन मिशन के अन्तर्गत प्रदेश की समग्र ग्रामीण आबादी को घरेलू नल कनेक्शन से पेयजल की आपूर्ति किए जाने के लिए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा जल संरचनाओं की स्थापना एवं विस्तार के कार्य किए जा रहे हैं। इनमें ग्वालियर जिले की 66, गुना 22, अशोकनगर 20 तथा भिण्ड की 26 जल संरचनायें शामिल हैं। इन जिलों के विभिन्न ग्रामों में पूर्व से निर्मित पेयजल अधोसंरचनाओं को नये सिरे से तैयार कर रेट्रोफिटिंग योजना के अन्तर्गत कार्य किया जा रहा है।