राज्यमंत्री ने कर्मचारियों को दिए 5-5 हजार रूपये
कोरोना संक्रमण के इस काल में आम नागरिक की परेशानी और स्वास्थ्य को लेकर चिंतायें अधिक हैं। चिकित्सालय में आने वाले रोगी अथवा उनके परिजन यही चाहेंगे कि उन्हें तत्काल उपचार की सुविधा मिल जाय। थोड़ी भी देर होने पर उनकी नाराजगी स्वभाविक है। हमें नाराजगी सहन करने की आदत डालना चाहिए क्योंकि यह संकट की घड़ी है। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी राज्यमंत्री एवं कोविड-19 के अशोकनगर जिला प्रभारी मंत्री श्री बृजेन्द्र सिंह यादव ने चंदेरी सिविल अस्पताल के चिकित्सक एवं चिकित्सा कर्मियों को उक्ताशय की समझाइश देते हुए कहा कि सभी की नाराजगी सुनने और सहन करने के लिए मैं तो हूँ। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में प्रतिदिन आकर चिकित्सक और रोगियों से इसी लिए मिलता हूँ ताकि किसी भी प्रकार की कठिनाई को दूर किया जा सकें।
राज्यमंत्री श्री यादव ने सिविल अस्पताल को कोरोना गाइडलाइन और भर्ती रोगियों की सुविधा व संख्या के अनुसार समय-समय पर सेनेटाइज किए जाने के निर्देश दिए। चंदेरी टी.आई. को राज्यमंत्री ने निर्देश दिए की शादी तथा अन्य आयोजनों में कोरोना गाइडलाइन से अधिक व्यक्ति एकत्रित नहीं हों यह सुनिश्चित किया जाय।
चंदेरी सिविल अस्पताल में आऊटसोसिंग से कार्य कर रहे पाँच कर्मचारियों ने राज्यमंत्री को बताया कि उन्हें वेतन नहीं मिल रहा है। राज्यमंत्री ने उपस्थित 3 कर्मचारियों को तत्काल 3-3 हजार रूपये देते हुए कहा कि कोरोना काल में निजी तौर पर वे प्रत्येक कर्मचारी को हर माह 5-5 हजार रूपये की आर्थिक मदद देते रहेंगे। उल्लेखनीय है कि 30 अप्रैल को भी सिविल अस्पताल मुंगावली में कार्यरत 10 कर्मचारियों द्वारा वेतन नहीं मिलने की जानकारी दिए जाने पर राज्यमंत्री ने उन सभी को 5-5 हजार रूपये मासिक रूप से दिए जाने का आश्वासन दिया था। आज मुंगावली अस्पताल पहुँचकर राज्यमंत्री ने उन सभी 10 कर्मचारीयों को 5-5 हजार रूपये नगद प्रदान किये।