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किल कोरोना अभियान में गाँव में डोर-टू-डोर सर्वे शीघ्र कराये जायें – स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी

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जिलेवार कोविड-19 के नियंत्रण एवं व्यवस्थाओं की वर्चुअल समीक्षा

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने सभी जिलों के स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिये कि ‘किल कोरोना अभियान’ में शत् प्रतिशत् गाँवों में डोर-टू-डोर सर्वे शीघ्र करायें जायें। मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि गाँव के लोग घर से नहीं निकलते है। उनके घर जाकर स्वास्थ्य परीक्षण किया जाना होगा। सर्दी, खाँसी वाले सामान्य मरीजों को उनके घर पर ही दवाइयाँ उपलब्ध करायी जाये। उन्होंने कहा कि संभावित संक्रमितों की पहचान कर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में उपचार किया जाये और गाँव के पंचायत भवन में क्वारेंटाइन किया जाये। पंचायत द्वारा मरीजों के भोजन इत्यादि की व्यवस्था भी क्वारेंटाइन सेंटरों में की गई है। गंभीर संक्रमित मरीज का तत्काल जिला चिकित्सालय में रिफर किया जाये। मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि कोविड 19 संक्रमण की चेन को हमे तोड़ना है।

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी आज जिले के स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से कोरोना नियंत्रण एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान, स्वास्थ्य आयुक्त श्री आकाश त्रिपाठी भी मौजूद रहे।

आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लिए नि:शुल्क कोविड उपचार

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि जिले के अशासकीय अस्पतालों को भी अनुबंधित किया जाये, इसके लिए जिला स्तर पर अनुशंसा कर विभाग को निर्धारित प्रारूप में प्रस्ताव भेजें, जिससे अधिक से अधिक आयुष्मान कार्ड धारी तथा पात्रता पर्चीधारी परिवारों के सदस्यों का नि:शुल्क इलाज मिल सकें। मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जो पहले से ही अस्पताल में भर्ती हैं और जो आयुष्मान कार्ड एवं पात्रता पर्ची की श्रेणी में आते हैं, उनका इलाज भी नि:शुल्क किया जाना सुनिश्चित करें। मंत्री डॉ. चौधरी ने पात्रता पर्ची के परिवार के सदस्यों के आयुष्मान कार्ड तत्काल बनाये जाने के निर्देश दियें। उन्होंने कहा कि प्रदेश के हर गरीब को नि:शुल्क इलाज देना सरकार की प्राथमिकता है।

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने जिला चिकित्सालयों में आई.सी.यू./एच.डी.यू और ऑक्सीजन बेड बढ़ाये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि तत्काल रूप से 15 से 20 दिन के अन्दर बेडों की संख्या बढ़ायी जाये। यह प्रक्रिया निरंतर जारी रहना चाहिए। जिससे हम कोविड-19 के आगे आने वाले संक्रमण को रोकने में कामयाब हो सकें। मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि नगर निगम और नगर पालिका के कोविड सहायता केन्द्रों में स्वास्थ्य परीक्षण किया जाये। सामान्य लक्षण पाये जाने पर मेडिसिन किट उपलब्ध कराई जाये। मंत्री डॉ. चौधरी ने प्रत्येक नगर पालिका में वाहन के द्वारा कोविड सेन्टरों का प्रचार-प्रसार किये जाने के निर्देश दिये।

मंत्री डॉ. चौधरी ने बताया कि प्रदेश के 30 जिलों बैतूल, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, हरदा, नरसिंहपर, अलीराजपुर, इंदौर, झाबुआ, बुरहानपुर, बड़वानी, खरगोन, उज्जैन, नीमच, आगर-मालवा, रीवा, सिंगरौली, अनूपपुर, उमरिया, सीधी, जबलपुर, डिण्डोरी, पन्ना, गुना, ग्वालियर, भिण्ड, श्योपुर, अशोकनगर, टीकमगढ़ और दमोह में सीटी स्केन की मशीने लगाने के लिए एजेंसी तय कर दी गई है। मशीनों को स्थापित करने का कार्य शुरू हो गया है। सभी जिलों में यह सुनिश्चित किया जाये कि शासन द्वारा निर्धारित दरों पर मरीजों का सीटी स्केन करे।

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने निर्देश दिये कि सभी हेल्थ एवं कोविड सेंन्टरों पर कोविड किट रखी जाये। फीवर क्लीनिक का प्रसार प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तक किया जाये और दवाइयों का वितरण क्वारेंटाइन सेंटर में किया जाये। कोविड सहायता केन्द्रों में आने वाले कोविड-19 के संदिग्ध रोगियों को उपचार सामग्री प्रदाय किया जाना भी सुनिश्चित करें।