प्रदेश के क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप को देश में मॉडल के रूप में देखा जा रहा है
आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा बुधनी का कोविड केयर सेंटर
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान एवं केन्द्रीय पेट्रोलियम मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान ने सीहोर जिले के बुधनी में 300 बिस्तरों वाले अस्थाई कोविड सेंटर का उद्घाटन किया। श्री चौहान ने कहा कि हम तो यही प्रार्थना करते हैं कि इस अस्पताल में किसी को आने की जरूरत न पड़े और कोरोना की तीसरी लहर ही न आए।
संभावित तीसरी लहर के लिए बरतें सावधानी
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हमें कोरोना की संभावित तीसरी लहर को रोकने के लिए पूरी सावधानी बरतनी होगी। इसके लिए सभी को मास्क लगाना होगा, दो गज की दूरी का पालन करना होगा और कोविड का टीका लगवाना जरुरी है। फिर भी अगर संकट आए उसके लिए हमें तैयारी रखना है, इसके लिए ही यह अस्पताल बनाया गया है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हम लगभग 80 हजार टेस्ट रोज कर रहे हैं, जिसमें 1500 से ज्यादा टेस्ट सीहोर में प्रतिदिन किए जा रहे हैं। कोरोना नियंत्रण की स्थिति में हैं लेकिन असावधान नहीं होना है। असावधानी के कारण ही कोरोना की दूसरी लहराई आई यदि अब भी सीख नही ली तो गंभीर परिणाम होंगे। उन्होंने कहा कि सरकार ने मैनेजमेंट क्राइसिस ग्रुप और जनता को जिम्मेदारी सौंपी, उसी का परिणाम है कि हम कोरोना पर नियंत्रण कर सके। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में जिले से लेकर ग्राम एवं वार्ड स्तर तक क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की व्यवस्था को देश में कोरोना से लड़ने के लिए मॉडल के रूप में देखा जा रहा है। सरकार लगातार ज्यादा से ज्यादा टेस्ट करेगी, तुरंत मरीज की पहचान होने से जल्द इलाज होगा। इससे हम कोरोना को जल्द खत्म कर पाएँगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि किल कोरोना अभियान चलता रहेगा। क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप कोराना से बचाव के लिए जनता को जागरूक करेगा। भीड़ नहीं लगाना है, टीका लगवाना है, मास्क लगाना है, दूरी बनाकर रखना है, लोगों को कोविड अनुरूप व्यवहार का पालन करना है।
जनता के सहयोग से रोकेंगे तीसरी लहर को
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा जनता संयम और धैर्य का परिचय दे। तीसरी लहर को रोकना है तो जनता को सहयोग करना पड़ेगा। सभी के सहयोग से ही हम इसे रोक पाएँगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि टीकाकारण अवश्य कराएँ। टीका ही इस महामारी के खिलाफ सुरक्षा देता है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वैक्सीनेशन को राष्ट्रीय स्तर पर करने के निर्णय के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को हृदय से धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने ऑक्सीजन की जरूरत के समय एयरलिफ्ट कर प्रदेश में ऑक्सीजन भिजवाई। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में हम कोरोना वायरस की दूसरी लहर को रोक पाए हैं।
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि मध्यप्रदेश ने श्री शिवराज सिंह चौहान के कुशल नेतृत्व में कोरोना नियंत्रित करने में सफलता प्राप्त की है। मध्यप्रदेश का क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप का मॉडल अनुकरणीय है। सहकारिता मंत्री श्री अरविंद भदौरिया ने भी संबोधित किया।
निरीक्षण के साथ पौधरोपण
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कोविड केयर सेंटर की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया और सेंटर परिसर में पौधरोपण भी किया।
अस्पताल जैसी सुविधाएँ होंगी बुधनी कोविड केयर सेंटर में
कोविड केयर सेंटर बुधनी में अस्पताल जैसी सुविधाएँ हैं। यह सेंटर 300 बिस्तरों का होगा, जिसमें 100 बेड ऑक्सीजन युक्त होंगे। कोरोना की संभावित तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए यह सेंटर तैयार किया गया है, जिसमें सभी आवश्यक व्यवस्थाएँ की गई हैं। सेंटर में बच्चों के लिये 50 बिस्तरों का वार्ड अलग है।
स्टॉफ नर्स एवं टेक्निकल स्टॉफ तैनात रहेगा
कोविड केयर अस्पताल को दो भागों में बाँटा गया है, जिसमें ए एवं बी ब्लाक में 144-144 बेड होंगे। इसके आलावा 12 पलंग का एक अलग ओपीडी वार्ड भी बनाया गया है। यहाँ आने वाले कोविड के मरीजों को बेहतर सुविधाएँ मिल सके इसका खास ध्यान रखा गया है। बारह बिस्तर वाली ओपीडी स्वास्थ्य परीक्षण के लिये आने वाले रोगियों के लिये सुविधाजनक होगी। यहाँ आने वाले मरीजों और परिजनों की सुविधा को देखते हुए तथा अस्पताल के सुगमता से संचालन के लिए अलग-अलग बूथ बनाए गए हैं। एडमिनिस्ट्रेशन रूम, नर्स रूम, डाक्टर्स रूम, स्टोर रूम सब पृथक-पृथक बनाये गए हैं। इसके साथ ही अन्य सुविधाओं में हेल्प डेस्क, सुरक्षा, पुलिस, सीसीटीवी, सेंट्रल एसी सिस्टम, अग्नि शमन, विद्युत व्यवस्था आदि शामिल हैं।
श्री राजेंद्र सिंह राजपूत, श्री गुरु प्रसाद शर्मा, श्री रवि मालवीय, श्री रघुनाथ भाटी, श्री राजेश राजपूत, संभाग आयुक्त श्री कविन्द्र कियावत, कलेक्टर श्री चन्द्र मोहन ठाकुर, एसपी श्री एसएस चौहान सहित अन्य अधिकारी एवं जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।