जन-जागरूकता और आई-रेड एप प्रोजेक्ट की इंदौर में हुई समीक्षा
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, पुलिस प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान (पीटीआरआई) श्री डी.सी. सागर ने पुलिस कंट्रोल-रूम पलासिया, इंदौर में एकीकृत सड़क दुर्घटना डाटाबेस (आई-रेड) एप की समीक्षा की। उन्होंने सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिये जनता में जन-जागरूकता के लिये ‘गति न करे अति वरना होगी दुर्गति” और ‘आप स्पीड लेजर गन की निगरानी में हैं” जैसे स्लोगनों का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिये।
एडीजी श्री सागर ने इंदौर जोन में चल रही आई-रेड एप संबंधी प्रविष्टियों की समीक्षा करते हुए पुलिस एवं संबद्ध अधिकारियों की सराहना की। उल्लेखनीय है कि इंदौर जोन प्रविष्टियों में प्रथम स्थान पर है। इंदौर जिले में ही अब तक एप में 1500 से अधिक सड़क दुर्घटनाओं की प्रविष्टियाँ की जा चुकी हैं। श्री सागर ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में 70 प्रतिशत से अधिक दुर्घटनाएँ ओवर-स्पीडिंग के कारण होती हैं। उन्होंने गति को नियंत्रित करने के लिये यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिये। श्री सागर ने जनता में जन-जागरूकता के लिये निरंतर लोक-लुभावन तरीकों से प्रचार-प्रसार की आवश्यकता जताई।
समीक्षा बैठक में डीआईजी इंदौर शहर श्री मनीष कपूरिया, एसपी पूर्व श्री आशुतोष बागरी, एसपी पश्चिम श्री एम.सी. जैन सहित अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, उप पुलिस अधीक्षक और यातायात प्रभारी उपस्थित थे।