बिरसा मुण्डा चिकित्सा महाविद्यालय शहडोल को मॉडल चिकित्सा सेंटर के रूप में किया जाएगा विकसित
कोरोना की तीसरी लहर को रोकने के लिये की जा रही तैयारियों की समीक्षा की
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान चिकित्सकों, नर्सिंग तथा पैरामेडिकल स्टॉफ की मेहनत से संक्रमण पर नियंत्रण पा लिया गया है। लेकिन कोरोना वायरस अभी खत्म नहीं हुआ है। विशेषज्ञों द्वारा कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है, इससे बचने के लिए पूर्व से ही तैयारियाँ आवश्यक हैं। प्रदेश सरकार तीसरी लहर से होने वाले नुकसान को बचाने के लिए वैज्ञानिक तरीके अपनाकर तैयारियाँ कर चुकी हैं। प्रदेश में जन-भागीदारी मॉडल को पुन: अपनाया जाकर कोरोना की तीसरी लहर को नियंत्रित किया जायेगा।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज बिरसा मुण्डा चिकित्सा महाविद्यालय शहडोल में कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर को रोकने के लिये की जा रही तैयारियों की समीक्षा की। बैठक में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री श्री बिसाहूलाल सिंह, जनजातीय कार्य मंत्री सुश्री मीना सिंह, चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सांरग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री एवं शहडोल जिले के प्रभारी मंत्री श्री रामखेलावन पटेल सहित जन-प्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बिरसा मुण्डा चिकित्सा महाविद्यालय शहडोल परिसर में कदम्ब का पौधा भी रोपा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मेडिकल कॉलेज शहडोल को उत्कृष्ट कॉलेज के रूप में विकसित किया गया है। चिकित्सा की सभी आधुनिक सुविधाएँ यहाँ उपलब्ध हैं। समय-समय पर जो आवश्यकताएँ होगी उन्हें राज्य सरकार प्राथमिकता के साथ पूरी करेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मेडिकल कॉलेज के चिकित्सक इसे आदर्श चिकित्सा सेंटर के रूप में विकसित करें, जिससे दूर-दराज से आये मरीजों को यहाँ बेहतर स्वास्थ्य लाभ मिल सके। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मेडिकल कॉलेज में बच्चों के लिये बेड्स, आईसीयू तथा एसडीयू यूनिट बढ़ाने की प्रशंसा भी की। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के दौरान अगर यह मेडिकल कॉलेज नहीं होता तो शहडोल संभाग में कोरोना की स्थिति भयावह हो सकती थी। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए जागरूकता अभियान चलाने, टेंस्टिंग में वृद्धि करने, आइसोलेशन, कान्टेक्ट ट्रेसिंग कराने और कोरोना से बचाव के सभी उपायों को अपनाना होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि डॉक्टर भगवान का रूप होते हैं, कोविड संक्रमण की लड़ाई उनके बिना नहीं जीती जा सकती है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि शहडोल संभाग ने टीकाकरण के क्षेत्र में मिसाल पेश की है जिसका अनुसरण प्रदेश ही नहीं पूरा देश करेगा।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग ने डाक्टर्स-डे के अवसर पर चिकित्सकों को बधाई देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना संक्रमण से बचाव के मध्यप्रदेश मॉडल की सराहना की है। मुख्यमंत्री श्री चौहान के नेतृत्व में प्रदेश में तीसरी लहर की तैयारियों को अंजाम दिया गया है। आयुक्त शहडोल संभाग श्री राजीव शर्मा ने बैठक में संभाग के तीनों जिलों में कोरोना संक्रमण के बचाव हेतु की जा रही अधोसंरचना तैयारियों, जन-भागीदारी मॉडल और आपदा प्रबंधन समितियों की जानकारी दी।
मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. मिलिंद शिलारकर ने बताया कि कॉलेज में वर्तमान में 448 बेड्स की क्षमता को बढ़ाकर 604 बेडस किया जा रहा है। बच्चों के लिए 20 आईसीयू बेड्स, 30 सामान्य बेड्स के साथ 240 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड्स को बढ़ाकर 430 बेड्स किया जा रहा है। कॉलेज में 50 किलो लीटर ऑक्सीजन क्षमता वाले उपकरण लगाए जा रहे हैं। स्वयं-सेवी संस्थाओं की मदद से 1 करोड़ रूपये लागत वाली एयर सेपरेशन यूनिट प्रारंभ की जा रही है।