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राज्यपाल श्री पटेल ने उज्जैन के सेवाधाम आश्रम में वृद्ध और दिव्यांगों से की मुलाकात

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पीड़ित मानवता के सेवा कार्य देख राज्यपाल हुए अभिभूत

राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि उज्जैन के सेवाधाम आश्रम में पीड़ित मानवता के सेवा कार्य को देखकर अभिभूत हूँ। अलग-अलग तरह की समस्याओं से संघर्ष कर रहे बच्चों, युवाओं और वृद्ध जन की समान रूप से सेवा का जो संकल्प आश्रम में देखने को मिला है, वह अनुकरणीय और सराहनीय है।

राज्यपाल श्री पटेल आज उज्जैन के ग्राम अंबोदिया स्थित सेवाधाम आश्रम में हो रहे सेवा कार्यों का अवलोकन कर, उपस्थित जन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने प्रदेश में अपने प्रथम भ्रमण के दौरान उज्जैन पहुँच कर सेवाधाम आश्रम में रहने वाले वृद्धजनों, दिव्यांगजनों, महिलाओं, बालिकाओं एवं निराश्रित बच्चों से भेंट की। रहवासियों से उनके स्वास्थ्य, शिक्षा आदि की व्यवस्थाओं के बारे में चर्चा की।

राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि कोई भी व्यक्ति नि:शक्त नहीं होता है। यदि उसमें कुछ कमी होती है, तो कोई दूसरी दिव्य शक्ति उसे मिलती है। उन्होंने कहा कि आश्रम की नेत्र बाधित बालिका का गायन इसका प्रमाण है। उन्होंने कहा कि धनार्जन के लिए जिस तरह का भाव लोगों में होता है। यदि ऐसा ही भाव सेवा कार्यों में हो, तो समाज की व्यवस्थाओं में बहुत बड़ा सुधार हो सकता है। उन्होंने कहा कि कभी-कभी परिस्थितियों के कारण जिनकी उपेक्षा परिजन भी कर देते हैं। ऐसी पीड़ित मानवता की सेवा आश्रम में श्री सुधीर भाई गोयल एक सन्त की तरह देख भाल कर रहे हैं। उनकी सराहना करते हुए कहा कि श्री गोयल 32 वर्षों से सेवाधाम आश्रम का संचालन कर पीड़ित मानवता की सेवा कर रहे हैं। सेवा का यह रूप अभिनंदनीय और अनुकरणीय है। सेवाधाम आश्रम में सभी बच्चों की बहुत अच्छी तरह से देखभाल की जा रही है। उन्होंने कहा कि ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि सभी लोग स्वस्थ रहें, निरोगी रहें और प्रसन्न रहें। उन्होंने कहा कि आश्रम आकर उन्हें बहुत ही अच्छा लगा है और वे पुन: सेवाधाम आश्रम आयेंगे।

राज्यपाल श्री पटेल ने ई-रिक्शा में बैठकर सेवाधाम आश्रम परिसर और पूर्ववर्ती राज्यपाल श्रीमती आनन्दीबेन पटेल द्वारा आश्रम में भिजवाई गई सामग्री का अवलोकन किया। उन्होंने आश्रम की रहवासी दिव्यांग महिलाओं से भेंट की। उन्हें दिव्यांग महिला नीलिमा ने कविता सुनाई। इस अवसर पर आश्रम परिसर में त्रिवेणी बरगद, पीपल और नीम के पौधों का रोपण किया। गौरी पूजन कर गौमाता को चारा एवं गुड़ खिलाया। उन्होंने सेवाधाम आश्रम में ही भोजन भी किया। इस अवसर पर राज्यपाल को स्मृति प्रतीक के रुप में महाराजा विक्रमादित्य की प्रतिमा भेंट की गई।

 आश्रम संचालक श्री सुधीर भाई गोयल ने बताया कि संस्था में करीब 700 लोगों देखभाल की जाती है। उन्होंने कहा कि उनके लिए गौरव का विषय है कि प्रदेश के राज्यपाल का पदभार ग्रहण करते ही श्री पटेल सेवाधाम आश्रम पधारे। उन्होंने कहा कि श्री पटेल को सेवा की महत्ता जानते है। वे स्वयं गुजरात में हमेशा गरीब लोगों की सेवा करते रहे हैं। सेवाधाम आश्रम के बच्चों के सिर पर प्रेम से हाथ फेर, बुजुर्गों को गले लगाकर राज्यपाल ने यह सन्देश दिया है कि सेवा ही सर्वश्रेष्ठ है।

राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल का सेवाधाम आगमन पर उनका परम्परागत रूप से पगड़ी बांधकर स्वागत किया गया। सेवाधाम आश्रम के बच्चों ने स्वागत गीत और पर्यावरण बचाने का सन्देश देते आकर्षक नृत्य नाटिका की प्रस्तुत की।