Home मध्य-प्रदेश राजभवन में कुलसचिवों की बैठक में हुई विश्वविद्यालयों के कार्यों की समीक्षा

राजभवन में कुलसचिवों की बैठक में हुई विश्वविद्यालयों के कार्यों की समीक्षा

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राजभवन में आज प्रदेश के विश्वविद्यालयों में प्रवेश प्रक्रिया पर चर्चा की गई। बैठक में विश्वविद्यालयवार उनके यहाँ संचालित पाठ्यक्रम की परीक्षाओं के संचालन और परिणामों, सीकल सेल एनीमिया रोग उपचार प्रबंधन प्रयासों में किये जा रहे सहयोग और गोद लिये गए जनजाति बहुल गाँवों में किए गए कार्यों की जानकारी ली गई। बैठक में प्रदेश के विश्वविद्यालयों के कुलसचिव शामिल हुए।

बैठक में बताया गया कि अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय भोपाल द्वारा 55 पाठ्यक्रम,  अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा द्वारा 73 पाठ्यक्रम, बरकतउल्ला विश्वविद्यालय भोपाल द्वारा 82 पाठ्यक्रम, डॉ. बी.आर. अंबेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय महू  द्वारा 16 पाठ्यक्रम, जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर द्वारा 5 पाठ्यक्रम, महाराजा छत्रसाल बुंदेलखंड विश्वविद्यालय छतरपुर द्वारा 113 पाठ्यक्रम, महर्षि पाणिनि संस्कृत एवं वैदिक विश्वविद्यालय उज्जैन द्वारा 28 पाठ्यक्रम की परीक्षाओं का संचालन किया गया। मध्यप्रदेश भोज (मुक्त) विश्वविद्यालय भोपाल द्वारा 18 पाठ्यक्रम की परीक्षाओं और  महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय चित्रकूट द्वारा 94 पाठ्यक्रम की परीक्षाओं का संचालन किया गया। पं. एस.एन. शुक्ला विश्वविद्यालय शहडोल द्वारा 34 पाठ्यक्रम, राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय छिंदवाड़ा द्वारा 3 पाठ्यक्रम, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर द्वारा 181 पाठ्यक्रम और  रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर द्वारा 46 पाठ्यक्रम की परीक्षाओं का संचालन किया गया।

राज्यपाल के उपसचिव श्री डी.के. जैन, विधि अधिकारी श्री उमेश कुमार श्रीवास्तव, बरकतउल्ला विश्वविद्यालय भोपाल, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर, जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर, अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा, महाराजा छत्रसाल बुंदेलखंड विश्वविद्यालय छतरपुर, राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय छिंदवाड़ा, महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय चित्रकूट, महर्षि पाणिनि संस्कृत एवं वैदिक विश्वविद्यालय उज्जैन, अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय भोपाल, मध्यप्रदेश भोज (मुक्त) विश्वविद्यालय भोपाल, डॉ.बी.आर. अंबेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय महू और पं. एस.एन. शुक्ला विश्वविद्यालय शहडोल के कुलसचिव मौजूद थे।