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रिस्पांसिबल टूरिज्म मिशन से ग्रामीण पर्यटन बनेगा बेहतर : प्रमुख सचिव श्री शुक्ला

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मध्यप्रदेश ने रिस्पांसिबल टूरिज्म में किया अद्भुत कार्य : डॉ. हेराल्ड
रिस्पांसिबल टूरिज्म पर एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी

प्रमुख सचिव पर्यटन और संस्कृति और प्रबंध संचालक टूरिज्म बोर्ड श्री शिव शेखर शुक्ला ने कहा है कि रिस्पांसिबल टूरिज्म मिशन में ग्रामीण पर्यटन को और अधिक बेहतर बनाया जायेगा। प्रमुख सचिव श्री शुक्ला कुशाभाऊ ठाकरे अंतर्राष्ट्रीय सभागार में रिस्पांसिबल टूरिज्म पर केंद्रित अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के दौरान जब विश्व में पर्यटन बंद हो गया था तब मध्यप्रदेश में विचार किया गया कि पर्यटन को एक नई दिशा में ले जाया जाए। पर्यटन के साथ पर्यावरण-संरक्षण को बढ़ावा और कार्बन फुटप्रिंट को कम करने की दिशा में कार्य किया जाए। रिस्पांसिबल टूरिज्म से इस विचार को साकार रूप दिया जा रहा है। रूरल हॉस्पिटेलिटी इंडस्ट्री को समुदाय से जोड़ा जा रहा है। पर्यटन के साथ ही ग्रामीण क्षेत्र में विकास और स्व-रोजगार के अवसर उपलब्ध हो रहे हैं। इस संगोष्ठी के माध्यम से रिस्पांसिबल टूरिज्म की नई जानकारियाँ और सुधारात्मक सुझाव मिलेंगे, जिससे पर्यटकों के अनुभव को और अधिक बेहतर बनाया जा सकेगा।

आईसीआरटी के संस्थापक निदेशक और रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म पार्टनशिप के प्रबंध निदेशक (एमडी) डॉ. हेरोल्ड गुडविन ने कहा कि मध्यप्रदेश के लोगों का ह्रदय उदार और उत्साह से भरा है। इसलिए इसे हार्ट ऑफ इनक्रेडिबल इंडिया कहा जाता है। यहाँ शासन, गैर सरकारी संगठन और स्थानीय समुदाय एक साथ मिल कर कार्य कर रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप मध्यप्रदेश में रिस्पांसिबल टूरिज्म का विकास सही दिशा में हो रहा है। पर्यटन में जिस तरह महिलाओं को सशक्त बनाया जा रहा है, वह वाकई काबिले तारीफ है।

अपर प्रबंध संचालक टूरिज्म बोर्ड श्री विवेक श्रोत्रिय ने कहा कि रिस्पांसिबल टूरिज्म का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र में टूरिस्ट इकोसिस्टम को विकसित और आत्म-निर्भर बनाना है। इसके लिए सरकार, संस्थाओं, एनजीओ, स्थानीय प्रशासन, समुदाय और पर्यटकों को एक साथ मिल कर कार्य करना होगा। इसमें स्थानीय समुदाय को निर्णय लेने की प्रक्रिया में शामिल करना होगा। इससे पर्यटन के साथ समुदाय का विकास भी सुनिश्चित हो सकें।

मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड और ADTOI-MP चैप्टर (एसोसिएशन ऑफ डोमेस्टिक टूर ऑपरेटर्स ऑफ इंडिया) के सहयोग से ‘इंटरनेशनल सेंटर फॉर रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म’, यूके (ICRT) द्वारा यह संगोष्ठी की गई। संगोष्ठी के दौरान मॉडरेटर डॉ. गुडविन द्वारा कला शिल्प और भोजन – स्थानीय समुदायों को लाभान्वित करने पर, मॉडरेटर सुश्री मनीषा पांडेय द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में पर्यटन में महिलाओं की भागीदारी, मॉडरेटर श्री रूपेश कुमार द्वारा रिस्पांसिबल टूरिज्म में नवाचार और मॉडरेटर श्री अनिरुद्ध मुखर्जी द्वारा होमस्टे पर पैनल डिस्कशन कराया गया। पैनल डिस्कशन में आईसीआरटी टीम ने प्रदेश में रिस्पांसिबल टूरिज्म के अनुभवों को सांझा किया और उसे बेहतर बनाने के सुझाव दिए।