सूफी संत साहित्य के भक्ति भाव से सराबोर हुए श्रोता
राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल आज सूफी गायन कार्यक्रम ‘सूफियाना शाम’ में शामिल हुए। रविन्द्र सभागम केन्द्र के हंसध्वनि सभागृह में महारानी लक्ष्मी बाई भोपाल जन-कल्याण समिति द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग भी मौजूद थे।
राज्यपाल श्री पटेल के समक्ष श्री राजीव सिंह और उनके दल ने संत साहित्य और संत परंपराओं की गायन शैली में गीतों की प्रस्तुति दी। सूफियाना शाम का आगाज़ कवि नरसिंह मेहता की रचना ‘वैष्णव जन तो तेने कहिये’ से हुआ। इसके बाद श्री रघुनाथ जी के ‘मुंद मुख डंडिन को चुगलौ चबाई खाई,’ कबीर दास की रचना ‘कबीरा भला हआ,’ हजरत अमीर खुसरो की रचना जो मैं जानती बिसरत है सईंया, बाबा फरीद की रचना ‘टुरिया-टुरिया जा फरीदा’ और बुल्ले शाह की रचना ‘मैं जोगन दाता पीर दियां’ की प्रस्तुतियों ने श्रोताओं को सूफी संत साहित्य के भक्ति भाव से सराबोर कर दिया। पद्मश्री श्री उमाकांत गुन्देचा, पद्मश्री श्री कपिल तिवारी, लता मुंशी आदि प्रख्यात कलाकार और बड़ी संख्या में सूफी संगीत प्रेमी उपस्थित थे