मुख्यमंत्री ने पूर्व मंत्री स्व. हर्णे को श्रद्धांजलि दी
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सदैव प्रसन्न मुद्रा में रहने वाले दादा श्री मधुकर राव हर्णे का जीवन यशस्वी रहा है। दादा सहज, सौम्य, सरल और स्नेही के साथ ही आत्मीयता के भाव से सबको अपनापन देते थे। इसीलिए सभी को अपने लगते थे। मैं दादा के यहाँ आरती में शामिल हुआ हूँ। पूरा परिवार आरती और भजन के बाद एक साथ हिल-मिल कर भोजन करते थे। आनंद और प्रेम से परिपूर्ण उनका जीवन समाज और देश के लिए समर्पित रहा है। भारत माता के प्रति सदैव उनका लगाव रहता था। उनके गीत मन-मोह लेते थे। दादा श्री हर्णे ज्ञान, भक्ति और कर्म के त्रिवेणी संगम थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज नर्मदापुरम में पूर्व मंत्री स्व. दादा मधुकर राव हर्णे की श्रद्धांजलि सभा में शामिल हुए।
श्रद्धांजलि सभा में शामिल होने से पहले मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्व. हर्णे के निधन पर गहरा दुख व्यक्त कर ईश्वर से दिवगंत आत्मा की शांति और उनके परिजन को यह दुख सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना की। दादा श्री हर्णे की पत्नी श्रीमती माधुरी हर्णे, पुत्र श्री प्रशांत हर्णे, श्री प्रसन्न हर्णे और परिजन उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि दादा में भक्ति का भाव तो रहता ही था। समाज और देश के लिए भी उनका चिंतन उतना ही प्रभावशील था। विद्वान होने के साथ एक अच्छे अधिवक्ता भी थे। मौलिक चिंतक, राष्ट्रवादी विचारक के साथ ही सबसे मधुर व्यवहार रखते थे। मंत्री के रूप में भी वे सहज, सरल रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि बीज निगम के अध्यक्ष रहते हुए उन्होंने निगम को घाटे से उबार कर फायदे में पहुँचाया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने गीता के श्लोक का वाचन करते हुए कहा कि दादा बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी थे। उन्होंने पूरा यशस्वी जीवन जिया, उनकी कीर्ति चारों तरफ थी। मुझे दादा से बड़े भाई के रूप में स्नेह मिलता रहा है। मैं मध्यप्रदेश की जनता की ओर से दादा को श्रद्धासुमन अर्पित करता हूँ। उन्होंने कहा कि हम दादा को मधुर गीतों में, अनोखी हँसी में, याद करते रहेंगे। नर्मदापुरम में उनकी स्मृति में क्या किया जाए यह हम मिल कर तय करेंगे। दादा को ऐसे ही नहीं भूलेंगे।
श्रद्धांजलि सभा में जिले के प्रभारी एवं खनिज साधन मंत्री श्री ब्रजेंद्र प्रताप सिंह, सांसद श्री राव उदय प्रताप सिंह, विधायक सर्वश्री डॉ. सीतासरन शर्मा, श्री विजयपाल सिंह, श्री प्रेम शंकर वर्मा, श्री ठाकुर दास नागवंशी, श्री दर्शन सिंह चौधरी, श्रीमती माया नारोलिया, श्री माधव दास अग्रवाल नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती नीतू यादव, विभिन्न धर्मों के धर्मगुरू जन-प्रतिनिधि और नागरिक शामिल रहे।