उच्च शिक्षा मंत्री श्री जीतू पटवारी ने लंदन में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के हेड ऑफ कम्युनिकेशन श्री स्टूअर्ट गिबलिन से साक्षातकार के दौरान ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि भारत एवं भारतीय संस्कृति वसुधैव कुटुम्बकम् का भाव रखने वाली संस्कृति है। हम पूरे विश्व को अपना परिवार मानते हैं। हमारे भारत देश में पेड़-पौधे, पशु-पक्षी की पूजा होती है। हम प्रकृति के न्याय को मानते हैं। उन्होंने कहा कि इस सृष्टि में कहीं भी, किसी प्रकार की नफरत के लिये स्थान नहीं है।
मंत्री श्री पटवारी ने कहा कि महात्मा गांधी के अंहिसा के सिद्धांत को पूरे विश्व ने आत्मसात किया है। महात्मा गांधी ने हमें सिखाया कि क्षमा क्या होती है। श्री पटवारी ने कहा कि पूरे विश्व में आज चुनौती है मानव जाति को भेदभाव और जातीय नफरत से बचाने की। युवाओं को रोजगार एवं पर्यावरण संरक्षण जैसे मुद्दों पर सजग बनाने की। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को यह समझना आवश्यक है कि परिवार और देश की उन्नति तभी सम्भव है, जब हमें स्वच्छ वातावरण और पर्यावरण मिले। श्री पटवारी ने कहा कि आने वाली पीढ़ी को लाभ पहुँचाने के लिये पर्यावरण को बचाना और मानव सभ्यता की रक्षा करना जरूरी है। भारतीय संस्कृति एकजुटता का संदेश देती है।
उच्च शिक्षा मंत्री श्री जीतू पटवारी ने कहा कि भारत ने योग के माध्यम से स्वस्थ्य रहने का संदेश पूरे विश्व में दिया है। उन्होंने युवाओं को भारत आने का आमंत्रण देते हुए कहा कि हम युवाओं की योग्यता को पूर्णता के साथ अपनायेंगे। श्री पटवारी ने आव्हान करते हुए कहा कि भारत के ह्रदय स्थल मध्यप्रदेश में जो शिक्षा के क्षेत्र में अपना योगदान देना चाहते है, हम उनका स्वागत करते हैं