भोपाल
प्रदेश के धार्मिक पर्यटन स्थल चित्रकूट, मैहर, हेरीटेज पर्यटन क्षेत्र ओरछा, पचमढ़ी सहित सभी प्रमुख जलाशयों के आसपास के क्षेत्रों में भी अब रिसोर्ट बार खुल सकेंगे और वहां भी शराब बेची जा सकेगी। वाणिज्य कर विभाग ने पर्यटन विभाग की सहमति के बाद इन स्थानों पर लाइसेंस जारी करने की अनुमति दे दी है। प्रदेश के धार्मिक पर्यटन स्थलों, हेरीटेज पर्यटन क्षेत्र, प्राकृतिक पर्यटन क्षेत्र और जल पर्यटन के लिए अधिसूचित बांध और जलाशय क्षेत्रों में स्थापित रिसोर्ट में अभी तक शराब बेचने के लिए एलएफ थ्री लाइसेंस जारी किए जाते थे।
उसके लिए दस लाख रुपए से अधिक सालाना फीस चुकाना पड़ता था। इसके चलते इन क्षेत्रों में रिसार्ट बार संचालक बिना लाइसेंस लिए ही चोरी-चुपके से यहां आने वाले देशी-विदेशी पर्यटकों को शराब परोसते थे। इससे राज्य सरकार को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा था। इसको देखते हुए इन क्षेत्रों में सरकार ने एफएल थ्री ए लाइसेंस जारी करने की अनुमति दे दी है। इसके लिए रिसोर्ट बार संचालकों को केवल ढाई लाख रुपए की फीस चुकाना होगा। इससे इन क्षेत्रों में भी रिसोर्ट बार खुल सकेंगे। इससे सरकारी खजाने में होने वाली आमदनी बढ़ेगी।
धार्मिक पर्यटन स्थल मैहर एवं चित्रकूट, हैरीटेज पर्यटन क्षेत्र सांची, भीमबैठका, खजुराहो, मांडू एवं ओरछा, प्राकृतिक पर्यटन स्थल पचमढ़ी, तामिया, पातालाकोट एवं उदयनिरि तथा पर्यटन विभाग द्वारा जल पर्यटन हेतु अधिसूचित बांध एवं जलाशय क्षेत्र में स्थापित रिसोर्ट गांधी सागर (मंदसौर), तवा बांध (होशंगाबाद), बाणसागर बांध (रीवा), मणीखेड़ा और चांदापाठा बांध (शिवपुरी), गंगउ बांध (पन्ना), मान बांध (धार), जोबट फाटा बांध (अलीराजपुर), गोविंदगढ़ जलाशय (रीवा), माचागोरा बांध(छिंदवाड़ा), सांपना बांध (बैतूल) एवं धोलाबड़ जलाशय (रतलाम)।