- मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सभी से प्रदेश के हालात के बारे में चर्चा करेंगे
- प्रभारी मंत्री सालेह मोहम्मद भी एक्टिव मोड पर, विधायकों से फोन पर चर्चा कर रहे
जयपुर. राजस्थान में सियासी सरगर्मी तेज हो गई है। इसके साथ सीएम हाउस में भी हलचल बढ़ गई है। रविवार सुबह चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा, गोविंद सिंह डोटासरा, हरीश चौधरी समेत कई मंत्री मुख्यमंत्री निवास पर पहुंचे। इसके साथ डीजी क्राइम एमएल लाठर भी सीएम हाउस पहुंचे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सभी से प्रदेश के हालात के बारे में चर्चा करेंगे।
सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री गहलोत खुद विधायकों से फोन कर बात कर रहे हैं। वहीं, प्रभारी मंत्री सालेह मोहम्मद भी एक्टिव मोड पर हैं। वे सभी विधायकों से फोन पर बात करने में जुटे हैं। सभी को जयपुर लाए जाने की भी तैयारी हो सकती है। इधर, वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल के ट्वीट को कांग्रेस के ताजा घटनाक्रम से जोड़कर देखा जा रहा है। इसके सियासी मायने निकाले जा रहे हैं।
कपिल सिब्बल का ट्वीट
‘अपनी पार्टी के लिए चिंतित हूं। क्या घोड़ों के अस्तबल से जाने के बाद ही हम जागेंगे?
दिल्ली में सचिन पायलट
उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट नाराज चल रहे 10-12 विधायकों के साथ सोनिया गांधी से मिलकर अपनी बात रखेंगे। जो विधायक दिल्ली पहुंचे, उनमें सुरेश टांक, महेंद्र जीत सिंह मालवीय, ओम प्रकाश हुडला, राजेंद्र बिधुड़ी, पीआर मीणा समेत अन्य हैं।
देर रात भी सीएम आवास पर मीटिंग हुई थी
उधर, सीएम अशोक गहलोत ने रात 8:30 बजे कैबिनेट मंत्रियों की मीटिंग ली। इनमें 12 मंत्री और इतने ही विधायक मौजूद रहे। करीब 2 घंटे चली बैठक में सीएम ने सभी मंत्रियों को निर्देश दिए कि वे अपने प्रभार वाले जिलों के विधायकों से संपर्क में रहें और कोई भी जानकारी उन्हें मिलती है तो तुरंत सीएम को अवगत करवाएं। किसी विधायक को कोई आपत्ति है तो मंत्री उन्हें सीधे सीएम से मिला सकते हैं। सभी मंत्रियों को अपने क्षेत्रों का दौरा करने के लिए भी कहा गया।
सीमाएं सील की गईं
विधायकों की खरीद-फरोख्त को लेकर प्रदेश में मचे सियासी घमासान के बीच सरकार ने राज्य की सीमाओं को फिर से सील कर दिया है। गृह विभाग ने शनिवार देर रात इसके आदेश भी जारी कर दिए। राजस्थान से बाहर जाने के लिए सरकारी अनुमति जरूरी होगी। अन्य राज्यों से आने वाले व्यक्तियों की जांच बॉर्डर पर की जाएगी। इस आदेश को निकालने की वजह प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण को बताया गया है।
हालांकि, पिछले महीने राज्यसभा चुनाव के दौरान विधायकों की बाड़ाबंदी के समय भी 7 दिन तक राज्य की सीमा सील कर दी गई थी। गृह विभाग के निर्देश जारी करने से पहले शुक्रवार को एडीजी लॉ एंड ऑर्डर की तरफ से प्रदेश की सीमाओं पर नाकाबंदी सख्त करने के आदेश भी जारी हुए थे। इस बार भी विधायकों की खरीद-फरोख्त का मामला उठने को इसकी वजह बताया जा रहा है।
राजस्थान में सीटों की स्थिति
राजस्थान में कांग्रेस के पास कुल 107 सीटें हैं। भाजपा के पास 73, निर्दलीय 13, आरएलपी 3, बीटीपी 2, लेफ्ट 2 और आरएलडी 1 सीट है। राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस को निर्दलीय, बीटीपी, लेफ्ट और आरएलडी का पूरा सहयोग मिला था। अब कुछ निर्दलीय और कांग्रेस विधायक गहलोत सरकार से नाराज बताए जा रहे हैं।