कोविड-19 आईसीयू तथा आधुनिक पैथोलॉजी लैब का किया लोकार्पण
प्रदेश में लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए गांव-गांव तक स्वास्थ्य सुविधाओं और संसाधनों का विस्तार किया जाएगा। यह बात लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने जिला चिकित्सालय रायसेन में कोविड-19 आईसीयू तथा आधुनिक लैब के लोकार्पण के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में कही। उन्होंने कहा कि अब गंभीर मरीजों का जिला चिकित्सालय में ही उपचार किया जा सकेगा। मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि आधुनिक पैथोलॉजी लैब बन जाने से अब सभी टेस्ट जिला चिकित्सालय में ही किए जा सकेंगे। लोगों को टेस्ट कराने के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। पैथोलॉजी लैब में अत्याधुनिक मशीन से एक घण्टे में 400 टेस्ट किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि यह अत्याधुनिक पैथोलॉजी मशीन जिला चिकित्सालय रायसेन के अलावा केवल हमीदिया अस्पताल में है।
मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा कि प्रदेश में लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए गांव-गांव तक स्वास्थ्य सुविधाओं और संसाधनों का विस्तार किया जा रहा है। गैरतगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को सिविल अस्पताल बनाया जाएगा। इसके साथ ही सांची और देवनगर में डिजिटल एक्सरे मशीन उपलब्ध कराई जा रही है। सांचेत और खरबई में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खोला जाएगा। उन्होंने कहा कि जिले के प्रत्येक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में 10 बेड पर सेन्ट्रल ऑक्सीजन की व्यवस्था है, जिससे कि गंभीर स्थिति में मरीजों का वहीं पर उपचार किया जा सके।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा कि जिले के 09 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों सहित प्रदेश के 50 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को ई-संजीवनी टेलीमेडिसिन सेवा के माध्यम से एम्स से जोड़ा गया है। इन ई-संजीवनी टेलीमेडिसिन केन्द्रों के माध्यम से मरीजों को एम्स के विशेषज्ञ चिकित्सकों से उपचार के लिये परामर्श प्राप्त हो रहा है। गाँवों में दूर-दराज के क्षेत्रों के लोग जो एम्स नहीं जा सकते, वे ई-संजीवनी टेलीमेडिसिन केन्द्र में उपचार करा रहे हैं।उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण के नियंत्रण और बचाव के लिए निरंतर काम किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान के नेतृत्व में हम कोरोना से जंग अवश्य जीतेंगे। कोरोना संक्रमित मरीजों के त्वरित उपचार के लिए टेस्ट की संख्या बढ़ाई गई है। चिकित्सालयों में आवश्यक स्वास्थ्य उपकरण और संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। प्रदेश में कोरोना टेस्ट की क्षमता में वृद्धि करते हुए अब प्रतिदिन 35000 से अधिक टेस्ट किए जा रहे हैं। कोरोना संक्रमित और संदिग्ध मरीजों के त्वरित उपचार के लिए पूरे प्रदेश में फीवर क्लीनिक प्रारंभ किए गए हैं। इसके साथ ही प्रदेश में किल कोरोना अभियान के तहत घर-घर स्वास्थ्य सर्वे किया गया जिसमें 93 हजार से अधिक कोरोना संदिग्ध मिले, जिनका त्वरित उपचार किया गया। स्वास्थ्य मंत्री डॉ चौधरी ने नागरिकों से भी कोविड-19 से बचाव के लिए मास्क लगाने, सोशल डिस्टेंसिंग सहित शासन-प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करने को कहा।