राष्ट्रीय शिक्षा दिवस पर तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास और नई शिक्षा नीति के संबंध में चर्चा के लिये विभाग द्वारा वेबिनार का आयोजन किया गया। वेबिनार में प्रमुख सचिव तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास श्रीमती केरोलीन खोंगवार देशमुख ने कहा कि शिक्षा की ऐसी प्रणाली विकसित करने की आवश्यकता है, जहाँ हम हर स्तर पर पारदर्शिता, दक्षता और रोजगार उपलब्ध करा सकें। हमारी शिक्षा के स्तर को इस तरह विकसित करने की आवश्यकता है कि दूसरे राज्यों के बच्चे हमारे संस्थानों में आकर उच्च शिक्षा प्राप्त करें।
प्रमुख सचिव श्रीमती देशमुख ने जानकारी देते हुए बताया कि आधुनिक तकनीकी शिक्षा और कौशल सीखना संगठनात्मक विकास का कारण बनता है। श्रीमती देशमुख ने बताया कि शासन द्वारा ड्यूअल सिस्टम और ट्रेनिंग कोर्स के लिये अनूठी पहल की जा रही है। इसके माध्यम से प्रशिक्षणार्थी इण्डस्ट्रीज में जाकर प्रायोगिक प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त दिव्यांगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिये उनके अनुरूप आईटीआई में व्यवसायों का प्रशिक्षण देकर उन्हें स्व-रोजगार एवं रोजगार के लिये तैयार किया जा रहा है।
आयुक्त, तकनीकी शिक्षा श्री पी. नरहरि ने कहा कि हमारी शिक्षा प्रणाली का लक्ष्य आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश होना चाहिये। इसके लिये आधुनिक तकनीकी शिक्षा पर हमें काम करना होगा।
संचालक, कौशल विकास श्रीमती षणमुख प्रिया मिश्रा ने बताया कि वर्ष 2020 में कुल 57 व्यवसायों में 44 हजार 552 शासकीय सीटों पर प्रवेश की कार्यवाही पूर्ण हो गई है। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश राज्य आईटीआई की परीक्षा ऑनलाइन कराने वाला देश का प्रथम राज्य है, जो वर्ष 2015 से सफलतापूर्वक ऑनलाइन परीक्षा आयोजित करता आ रहा है। वेबिनार में आरजीपीवी के कुलपति श्री सुनील कुमार, विभिन्न आईटीआई के प्रिंसिपल, शिक्षाविद शामिल हुए।