Home मध्य-प्रदेश सुशासन सरकार की प्राथमिकता

सुशासन सरकार की प्राथमिकता

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सी.एम. हेल्पलाइन और समाधान आनलाइन फिर से शुरू होंगे
किसानों की चिन्ता मेरा पहला कर्त्तव्य
माफिया के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी
धोखा देकर शादी फिर धर्मान्तरण का कुचक्र रोकने कानून बनेगा
आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश बनाने हरसंभव प्रयास होंगे
कोरोना संक्रमण को सतर्कता बरतकर नियंत्रित करें
मुख्यमंत्री श्री चौहान का प्रदेश की जनता के नाम संदेश

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सुशासन मध्यप्रदेश सरकार की प्राथमिकता है। सरकार सज्जनों के लिये फूल से अधिक कोमल और दुर्जनों के लिये वज्र से भी अधिक कठोर है। गरीब और किसानों का कल्याण हमारा लक्ष्य है। आमजन के हितों को संरक्षित रखा जायेगा। राज्य सरकार सी.एम. हेल्पलाइन और समाधान ऑनलाइन को पुन: प्रभावी ढंग से शुरू कर रही है। इससे जनता को सरकार के और करीब लाया जायेगा। देश की संसद ने किसानों के सर्वांगीण हित के लिये तीन कानून बनाये हैं। मध्यप्रदेश सरकार इन कानूनों का समर्थन करती है और किसानों के साथ हमेशा खड़ी है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश की जनता के नाम अपने संदेश में यह बात कही। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि गरीब व्यक्ति का कल्याण हमारा लक्ष्य है। राज्य में किसी भी गरीब को परेशान नहीं होने दिया जाएगा। उन्हें योजनाओं का लाभ सहजता से मिले यह राज्य सरकार सुनिश्चित करेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मैदानी स्तर पर योजना का क्रियान्वयन और जनता की समस्याओं से अवगत होने के लिये वे स्वयं औचक निरीक्षण करेंगे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में हर तरह के माफिया की कमर तोड़ने और उन्हें जड़ से उखाड़ फेंकने के लिये संकल्पित है। सरकार ने जो कहा वो जमीन पर कर दिखाया है। प्रदेश में चौतरफा माफिया, तस्कर, गुंडों-बदमाशों के विरूद्ध कार्रवाई चल रही है। पिछले कुछ दिनों में इन्दौर, भोपाल, मंदसौर, आगर, नीमच, जबलपुर, सतना और उज्जैन में कड़ी और बड़ी कार्रवाई की गयी है। इसी तरह प्रदेश में मिलावटखोरों को सबक सिखानें के लिये मिलावट से मुक्ति अभियान प्रारम्भ किया गया है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बहन-बेटियों को डरा-धमका कर, बहला-फुसला कर शादी की जाती है और फिर धर्मान्तरण का कुचक्र चलता है। बेटी के जीवन को नरक बना दिया जाता है। राज्य सरकार इसे रोकने के लिये विधानसभा के अगले सत्र में विधेयक लाकर कानून बनायेगी। बहन-बेटियों के सम्मान की रक्षा हर कीमत पर की जाएगी। दोषियों को सख्त सजा मिलेगी। महिला सशक्तीकरण हमारी सरकार का लक्ष्य है। हम इसे हासिल करेंगे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि किसान प्रदेश की आत्मा है। किसानों की चिंता करना मैंने अपना पहला कर्तव्य माना है। किसानों को किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं होने दी जाएगी। प्रधानमंत्री श्री मोदी जी ने देश की संसद में किसानों के लिये और कृषि की उन्नति के लिये तीन कानून बनाये, जो पूरी तरह से किसानों के हित में है। किसान को अपनी फसल बेचने की पूरी स्वतंत्रता मिलेगी। चाहे वह फसल मण्डी में बेचे या मण्डी के बाहर बेचे। उसे घर बैठे फसल के अच्छे दाम मिलेंगे। किसान को अनेक विकल्प मिलेंगे। किसान को बोनी के समय ही फसल की अच्छी कीमत मिल सकती है। विपरीत स्थितियों में किसान किसी भी कान्ट्रेक्ट से बाहर आ सकता है। समर्थन मूल्य पर फसल की खरीदी की व्यवस्था लगातार जारी रहेगी। मण्डियां चालू रहेंगी। हम पूरी ताकत से किसानों का हित साधने वाले इन कानूनों के समर्थन में खड़े हैं।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार ने अनेक कदम किसानों के हित में उठाये हैं। गेहूँ की समर्थन मूल्य पर खरीदी की गयी है। इस समय धान, ज्वार और बाजरा का समर्थन मूल्य पर उपार्जन किया जा रहा है। जो फसलें खराब हुयी हैं, उसके लिये किसानों को आर.बी.सी 6 (4) के तहत राहत सहायता और मुआवजा राशि किसान के बैंक खाते में डाली जाएगी। तीन दिसम्बर को प्रधानमंत्री किसान कल्याण‍-निधि के साथ जोड़कर बनायी गयी मुख्यमंत्री किसान कल्याण-‍निधि की राशि पाँच लाख किसानों के बैंक खाते में डाली जाएगी। चार हजार रूपये राज्य सरकार दो किस्तों में हर साल किसान को देगी। किसानों के हित में लगातार अनेक कदम सरकार आगे भी उठाती रहेगी। खेती को फायदे का धन्धा बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जायेगी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि देश के अन्य राज्यों में और प्रदेश के कुछ जिलों में कोरोना का संक्रमण फिर बढ़ा है। सर्दी में संक्रमण का खतरा बढ़ता है। इसलिये सावधान रहने की जरूरत है। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, रतलाम, धार, विदिशा जिलों में अधिक सतर्कता बरतनें और ध्यान देने की जरूरत है। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिये समाज के साथ मिलकर हर संभव उपाय किये जा रहे हैं। खुशी की बात है कि जल्दी वैक्सीन आने की संभावना भी बढ़ गयी है। लेकिन अभी जब-तक वैक्सीन नहीं आ जाये तब-तक किसी प्रकार की ढिलाई न बरतें। सावधान रहे, चेहरे पर मास्क लगाये, निश्चित दूरी बनाये रखे, बार-बार साबुन से हाथ धोयें। मास्क ही अभी वैक्सीन है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना के प्रति जहां सावधानी बरती गयी वहां परिणाम अच्छे आये हैं। इन्दौर और भोपाल के उदाहरण हमारे सामने हैं। जिन मोहल्लों में अधिक संक्रमण फैला था वे सावधानी बरतने की वजह से संक्रमण से मुक्त हैं। भोपाल और इन्दौर में कन्टेनमेंट एरिया बनाये गये। कन्टेनमेंट एरिया में जो परिवार हैं, उनसे आग्रह है कि वे इस क्षेत्र से बाहर नहीं निकलें।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि संक्रमित मरीजों का इलाज होम आइसोलेशन में भी हो रहा है। ऐसे संक्रमित मरीजों से आग्रह है कि वे स्वयं और समाज के हित में घर से बाहर नहीं निकलें। सरकार प्रत्येक कोरोना मरीज के समुचित इलाज में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। समाजसेवी संगठन और मीडिया का पूरा सहयोग मिल रहा है। जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। मैं इन सबको धन्यवाद देता हूँ। सबसे ज्यादा स्वयं सावधान रहने की आवश्यकता है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश बनाने का आव्हान किया। उन्होंने विकास की नयी यात्रा प्रारंभ करने, लोकल को वोकल बनाने, स्थानीय भाई-बहनों द्वारा बनायी वस्तु का उपयोग करने, खरीदने और स्व-सहायता समूहों द्वारा बनायी गयी वस्तुओं का उपयोग करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि इस तरह हम प्रदेश के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं।