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सरकार और परिवार के सहयोग से ही महिला उद्यमी आगे बढ़ेंगी: राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल

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राज्य-स्तरीय महिला उद्यमी सम्मेलन में राज्यपाल ऑनलाइन शामिल हुईं
पारिवारिक सम्पत्ति में महिलाओं का नाम शामिल करें- राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल

 

मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने मध्यप्रदेश राज्य स्तरीय महिला उद्यमी सम्मेलन को ऑनलाइन सम्बोधित करते हुए कहा कि सरकार तो महिला उद्यमियों को प्रोत्साहित करने के लिये विभिन्न सुविधायें प्रदान कर रही है परंतु उससे भी ज्यादा जरूरी है कि उन्हें परिवार का सहयोग मिले। इसके लिये सबसे पहले यह जरूरी है कि परिवार की महिलाओं के नाम से सम्पत्ति खरीदी जाये जिससे महिलाएँ अपने भविष्य के प्रति आश्वस्त हों। उन्होंने कहा कि महिलाओं को अपना उद्यम शुरू करने के लिये हमारे प्रधानमंत्री जी ने मुद्रा लोन जैसी सुविधा शुरू की है जिसमें दस लाख रूपये तक का लोन दिया जाता है परंतु व्यवसाय या उद्यम शुरू करने से पहले सबसे जरूरी है कि महिला उद्यमी को उस व्यवसाय से संबंधित ट्रेनिंग दी जाये। व्यवसाय की ट्रेनिंग देने के साथ-साथ प्रोडक्ट बेचने के लिये बाजार मिले, इसके प्रयास भी कान्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स के पदाधिकारियों को करने होंगे। इंडस्ट्रियल एरिया में महिला उद्यमियों को अपना उद्यम स्थापित करने के लिये विशेष रूप से प्लॉट मिले इसकी व्यवस्था की ओर भी विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है ताकि महिला उद्यमी निश्चिन्त होकर अपने उद्यम को आगे बढ़ा सके।

सम्मान-पत्र से सम्मानित महिला उद्यमी

कार्यक्रम में अनघा देशपांडे- सेंट्रिंग, भूमिका बिरथरे- इवेंट इंडस्ट्री, नीता गोयल- ब्लड बैंक, रीना गांधी- फ्लेक्स निर्माण, बबीता डावर- बुटीक सेंटर, मेघा सोनी- ऑडियोलाजिस्ट, शिवा गुप्ता- ब्यूटी प्रोडक्ट, कविता जैन- ई रिक्शा इंडस्ट्री, आसमा मोहन- ट्रेडीशनल फेब्रिक, मोनिका कटारिया-वेजफूड प्रमोशन को उत्कृष्ट कार्यो के लिये सम्मान-पत्र प्रदान किये गये।

श्रीमती पटेल ने इस अवसर पर कार्यक्रम में वर्चुअल रूप से शामिल महिला उद्यामियों से आग्रह किया कि वे अपने प्रयासों से साड़ी बैंक बनायें जिससे जरूरतमंद महिलाओं को विशेष अवसरों पर पहनने के लिये अच्छी साड़ियाँ मिल सकें। उन्होंने कहा कि यहां जरूरतमंदों के लिये विशेष कार्नर बनाये जा सकते है। जिनमें साड़ी के अलावा हमारे लिये अनुपयोगी अन्य वस्तुओं को रखा जा सकेगा, जहां से जरुरतमंद अपने उपयोग की वस्तुएँ प्राप्त कर सकेंगे।

श्रीमती पटेल ने कोरोना काल से उत्पन्न विषम परिस्थितियों का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जी की मंशा के अनुरूप ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ की अवधारणा को साकार करने में कैट से जुड़ी महिला उद्यमियों का बड़ा योगदान हो सकता है। उन्होंने इस कार्यक्रम में व्यवसाय संबंधी प्रस्तुतिकरण देने वाली महिला उद्यमियों को बधाई देते हुए कहा कि मुझे यह देखकर बेहद खुशी होती है कि आज महिलायें जागृत हो रहीं हैं। वे तकनीकी ज्ञान में पारंगत होकर अपने व्यवसाय को ऑनलाइन भी आगे बढ़ा रही हैं।

आज के इस आभासी कार्यक्रम में मोना कटारिया ने अपने वेज वेंचर, अंजना खंडेलवाल ने बायो डीज़ल और शुभम वराडिया ने अपने ज्वेलरी से संबंधित व्यवसाय के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर 11 महिला उद्यमियो को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिये सम्मान पत्र दिये गये।

कान्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स के राष्ट्रीय महामंत्री श्री प्रवीन खंडेलवाल ने आयोजन के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि महिला उद्यमियों को प्रोत्साहित करने के लिये राष्ट्रीय स्तर के साथ-साथ राज्य स्तरीय प्रयास भी किये जा रहे हैं तथा देश-भर के लगभग सात करोड़ उद्यमी कैट से जुड़कर काम कर रहे हैं।

कार्यक्रम का संचालन कैट मध्यप्रदेश की उपाध्यक्ष श्रीमती अंशू गुप्ता ने किया तथा आभार कैट मध्यप्रदेश की वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्रीमती अलका श्रीवास्तव ने व्यक्त किया।