कोरोना की तीसरी लहर को ध्यान में रख कर की जा रही युद्ध स्तर पर तैयारी
नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने बीना आगासोद रिफाइनरी के पास स्थित ग्राम चक्क में निर्माणाधीन 1000 बिस्तरों के अस्पताल के कार्यों की समीक्षा बैठक की। उन्होंने निर्माणाधीन अस्पताल का स्थल निरीक्षण कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। इस दौरान बीना विधायक श्री महेश राय, कलेक्टर श्री दीपक सिंह, उप पुलिस अधीक्षक श्री विक्रम सिंह सहित समस्त विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
मंत्री श्री सिंह ने कहा की वर्तमान में वॉटर प्रूफ हॉस्पिटल डोम सहित अन्य डोम, हॉस्पिटल डोम तक ऑक्सीजन पाइप-लाइन, बिजली आपूर्ति, पानी सप्लाई, सीवरेज एवं लेटबाथ व्यवस्था, खाने की व्यवस्था के लिये सेड निर्माण आदि लगभग 75 प्रतिशत कार्य पूर्ण किये गये हैं। आप सभी को 24 मई तक हर हाल में शेष बचे कार्य को करते हुए इस हॉस्पिटल को शत-प्रतिशत पूर्ण करना है। वर्तमान में प्रदेश में कोरोना मरीजों की संख्या घट रही है, जिससे हम सभी को राहत मिली है। आगामी तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए कोरोना संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण के लिए मुख्यमंत्री की इस महत्वकांक्षी योजना के निर्माण कार्य को हमें शीघ्र-अतिशीघ्र पूर्ण करना है, जिससे 25 मई के बाद इस कोविड हॉस्पिटल का लोकार्पण किया जा सके।
श्री सिंह ने कहा कि 1000 बिस्तरीय अस्पताल बन जाने से सागर जिला सहित अशोकनगर, गुना, विदिशा जिलों के कोरोना संक्रमित मरीजों को भी शीघ्रता एवं सुगमता से इलाज मिल सकेगा।
कलेक्टर श्री दीपक सिंह ने निर्देश दिये कि अस्पताल तक आने-जाने के लिए बीना से परिवहन की व्यवस्था भी सुनिश्चित करें। इसके लिए तैयार रोडमैप अनुसार सड़कों का पेंचवर्क, दिशा-सूचक, शाइन-बोर्ड आदि लगाने का कार्य भी तत्काल कराया जाये।
कलेक्टर श्री सिंह ने अस्पताल परिसर में पानी, टायलेट, सड़क, हेलीपेड, हॉस्पिटल डोम, बिजली व्यवस्था, ऑक्सीजन सप्लाई आदि विषयों पर विस्तार से चर्चा की और जरूरी निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि 1000 बेडेड हॉस्पिटल के लिये 200 टायलेट्स बनाना हैं। सभी टायलेट्स में फाइबर सीट लगायें, सीवरेज का प्लान करें, ड्रेनेज सिस्टम तैयार करें और 1500 वर्गमीटर फ्लोर पर सीसी कंक्रीट के ऊपर मोटी विनायल सीट लगायें, ताकि स्ट्रेचर, व्हील-चेयर आदि से पेसेंट्स को लाने-ले जाने में आसानी रहे। पेबर ब्लॉक लगाने के पहले बेस तैयार करें फिर ब्लॉक लगायें। एडमिन ब्लॉक, स्टोरेज ब्लॉक, मरीजों के परिजनों के लिये अटेंडर ब्लॉक, अक्षय फाउंडेशन के लिए खाना बनाने एवं पैकिंग के लिये किचिन सहित ब्लॉक, यहाँ आने वालों को रिफ्रेशमेंट जैसे चाय, बिस्किट, फल, दूध आदि के लिये कन्वेनियन्स शॉपिंग ब्लॉक सहित पार्किंग की अच्छी व्यवस्था करें।