वनों के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएँ
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विकास परियोजनाओं को वन विभाग की स्वीकृति संबंधी बैठक ली
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में विकास परियोजनाओं में कटने वाले वृक्षों से कई गुना अधिक वृक्ष लगाए जाएँ, जिससे पर्यावरण को हानि न हो। लगाए गए पौधों की सुरक्षा और देखभाल की जाए। छतरपुर जिले की विकास परियोजना में दो लाख वृक्ष कटने का अनुमान है। इनके स्थान पर वहाँ 10 लाख पौधे लगाए जाएँ।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कैम्पा फण्ड का उपयोग क्षतिपूर्ति, वनीकरण, वृक्षारोपण, रखरखाव, बिगड़े वनों के सुधार, वन्यप्राणी रहवास विकास, वन एवं वन्यप्राणी प्रबंधन और वन अधो-संरचना विकास आदि कार्यों के लिए किया जाए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मंत्रालय से विकास परियोजनाओं में वन विभाग द्वारा दी जाने वाली स्वीकृतियों तथा प्रदेश में कैम्पा फण्ड के उपयोग संबंधी बैठक ले रहे थे। बैठक में वन मंत्री कुँवर विजय शाह, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री के.के. सिंह और प्रमुख सचिव वन श्री अशोक वर्णवाल आदि उपस्थित थे।
इस वर्ष 3 करोड़ 36 लाख पौधे लगाए जाएंगे
कैम्पा फण्ड से इस वर्ष प्रदेश में 33 हजार 686 हेक्टेयर क्षेत्र में तीन करोड़ 36 लाख पौधे लगाए जा रहे हैं। गत वर्ष प्रदेश के 38 हजार 63 हेक्टेयर क्षेत्रफ़ल में दो करोड़ 86 लाख पौधे लगाए गए थे।
कैम्पा फण्ड से मध्यप्रदेश में कराए गए कार्य
कैम्पा फण्ड से मध्यप्रदेश में वृक्षारोपण क्षेत्र की तैयारी 33 हजार 687 हेक्टेयर में, वृक्षारोपण एवं रख-रखाव 69 हजार 57.57 हेक्टेयर में, बिगड़े वनों का सुधार 6 हजार 194.51 हेक्टेयर में, वन्य-प्राणी रहवास विकास 12 हजार 577.20 हेक्टेयर क्षेत्र में, आवास क्षेत्र उपचार 7 हजार 362 हेक्टेयर में, बाँस वनों का सुधार 46 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में तथा अधो-संरचना विकास के कार्य, रोपणी उन्नयन (11 अनुसंधान विस्तार केन्द्रों) और डिपो उन्नयन (06) कार्य किए गए