कोरोना की संभावित तीसरी लहर के लिए सरकार की पूरी तैयारी – मुख्यमंत्री श्री चौहान
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने डॉक्टर्स डे पर किया डॉक्टर्स से संवाद और उनका सम्मान
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना के संकट काल में डॉक्टर साथियों द्वारा की गई त्याग, तपस्या, सेवा और समर्पण के परिणामस्वरूप डॉक्टर्स के लिए जन-जन में यह भाव विकसित हुआ कि “तुम रक्षक काहू को डरना”। यह डॉक्टर्स के निरंतर परिश्रम का ही परिणाम था कि कोरोना की विकट परिस्थितियों में डॉक्टर की उपस्थिति से लोग “संकट कटे, हरे सब पीड़ा” का अनुभव करने लगते थे। मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण डॉक्टर्स और पेरामेडिकल स्टाफ के प्रयासों के परिणामस्वरूप ही संभव हो पाया। आज डॉक्टर्स डे के अवसर पर प्रदेशवासियों की ओर से मैं डॉक्टर्स का आभार मानता हूँ और उनका अभिन्नदन करता हूँ। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की संभावना वैज्ञानिकों द्वारा व्यक्त की गयी है। इस लहर का सामना करने, बचाव और रोकथाम के लिए प्रदेश सरकार पूरी तरह तैयार है। राज्य सरकार इस ओर निरतंर सक्रिय है। डॉक्टर्स को भी तीसरी लहर से प्रदेश को बचाने के लिये सभी उपाय करने है। मुख्यमंत्री श्री चौहान डॉक्टर्स डे पर आयोजित संवाद एवं सम्मान कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा प्रमाण-पत्र वितरित
मिंटो हॉल में कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने चिकित्सकों के साथ संवाद किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा चिकित्सकों को सम्मानित किया गया। कोरोना काल में सेवाएँ देने वाले चिकित्सकों को मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा डिजिटल प्रमाण-पत्र भी वितरित किए गए। कार्यक्रम से प्रदेश के सभी शासकीय और अशासकीय मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल के चिकित्सक ऑनलाइन जुड़े थे। कार्यक्रम में चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग और लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभु राम चौधरी सहित वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. एन. पी. मिश्रा और डॉ. एच. एच. त्रिवेदी उपस्थित थे। कार्यक्रम मध्यप्रदेश गान से आरंभ हुआ। इससे पहले मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मिंटो हॉल परिसर में पीपल का पौधा भी लगाया।
प्राणों की आहूति देने वाले डॉक्टर्स का किया स्मरण
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कोरोना महामारी के कठिन समय में अपनी असीमित सेवाओं और कर्त्तव्य-परायणता से मानव-सेवा करते हुए अपने प्राणों की आहूति देने वाले डॉक्टर्स का स्मरण करते हुए उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने डॉक्टर बिधान चन्द्र राय का भी स्मरण किया। डॉ.राय के जन्म दिवस पर ही एक जुलाई को डॉक्टर्स डे मनाया जाता है।
शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं पर लोगों का विश्वास कई गुना बढ़ा
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना काल में शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं पर लोगों का विश्वास कई गुना बढ़ा है। कोरोना संक्रमण का सामना करने में शासकीय के साथ-साथ निजी अस्पतालों का भी बहुत सहयोग रहा। राज्य शासन द्वारा निजी अस्पतालों के लिए कोरोना इलाज की विशेष दरें निर्धारित की गईं। जिससे आयुष्मान भारत योजना का लाभ बड़ी संख्या में लोगों को मिला। आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण के क्रम में स्वास्थ्य अधो-संरचना को सशक्त करने के लिए कार्य जारी है। मेडिकल कॉलेजों की संख्या में भी वृद्धि हो रही है। आयुर्वेद, होम्योपैथी और योग को जोड़ते हुए लोगों को स्वस्थ जीवन शैली अपनाने के लिए भी प्रेरित करना होगा।
टीकाकरण के लिए लोगों को प्रेरित करें
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जिस प्रकार डॉक्टर साथियों ने कोरोना संक्रमण नियंत्रण में भूमिका निभाई है उसी प्रकार टीकाकरण के लिए लोगों को प्रेरित करने में भी आपसे सहयोग की अपेक्षा है। टीकाकरण के संबंध में व्याप्त भ्रम और भय दूर करने में डॉक्टरों का जन-सामान्य से संवाद महत्वपूर्ण है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने डॉक्टर्स से सोशल मीडिया पर इस संबंध में लोगों में जागरूकता फैलाने की अपील की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना संक्रमण अभी गया नहीं है। इंग्लैंड और अन्य कुछ देशों में पुन: लॉकडाउन की स्थिति बन हो रही है। इस परिस्थिति में प्रदेश-वासियों को कोरोना अनुकूल व्यवहार का पालन करने के लिए प्रेरित करना होगा। इसमें प्रदेश के सभी डाक्टर हर संभव सहयोग प्रदान करें।
कोरोना की तीसरी लहर का सामना करने तैयार है सरकार
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना वायरस की तीसरी लहर से बचाव के लिए राज्य सरकार सतर्क है। प्रदेश में प्रतिदिन बड़े पैमाने पर टेस्ट हो रहे हैं। उद्देश्य यह है कि तीसरी लहर की आहट मिलते ही तत्काल नियंत्रण के उपाय आरंभ किए जाएँ। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मेरे लिए यह सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसीलिए कोरोना वायरस की समीक्षा बैठकें नियमित हो रही हैं। तीसरी लहर का सामना करने के लिए तैयारियाँ लगातार जारी हैं। अस्पतालों की क्षमता बढ़ाने, ऑक्सीजन उत्पादन, आवश्यक सामग्री, उपकरण व दवाइयों की आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ का प्रशिक्षण भी जारी है। यूरोप के कुछ देशों में लॉकडाउन की स्थिति पुनः बन रही है। इसको देखते हुए हमें सतर्क रहने की आवश्यकता है।
आपने हर चुनौती को किया स्वीकार – आपकी आभारी है मध्यप्रदेश सरकार
चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग ने कहा कि डॉक्टर्स का सेवा-भाव, मानवता के प्रति लगन हमें डॉक्टरों के प्रति कृतज्ञ बनाती है। राज्य सरकार के आभार के भाव को व्यक्त करते हुए मंत्री श्री सारंग ने कहा कि “आपने हर चुनौती को किया स्वीकार- आपकी आभारी है मध्यप्रदेश सरकार”। लोक स्वास्थ एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा एक डॉक्टर को स्वास्थ्य विभाग का मंत्री बनाना डॉक्टरों का सम्मान है। मुख्यमंत्री श्री चौहान की नेतृत्व क्षमता, कर्मठता और स्पष्ट रणनीति के परिणामस्वरूप ही प्रदेश में कम समय में कोरोना पर नियंत्रण संभव हो पाया। कार्यक्रम को डॉ. एच.एच. त्रिवेदी और डॉ. अपूर्व पौराणिक ने भी संबोधित किया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किया डॉक्टर्स को सम्मानित
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने चिकित्सा सेवा और सामाजिक दायित्वों के निर्वहन के लिए डॉ. एम. पी. मिश्रा, डॉ. एच. एस. त्रिवेदी, डॉ. निर्भय श्रीवास्तव, डॉ. संजय दीक्षित, डॉ. अनूप निगम, डॉ. योगेन्द्र श्रीवास्तव, डॉ. सत्पथी, डॉ. ललित श्रीवास्तव आदि का सम्मान किया।