Home मध्य-प्रदेश स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के बलिदान से नई पीढ़ी को अवगत कराना आवश्यक–...

स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के बलिदान से नई पीढ़ी को अवगत कराना आवश्यक– मुख्यमंत्री श्री चौहान

343

स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के संकल्पों और स्वप्नों को अभी पूरा करना है
आर्मी बैंड ने प्रस्तुत की संगीतमयी जुगलबंदियां
मुख्यमंत्री श्री चौहान स्वाधीनता पर्व में हुए सम्मिलित

 

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जिन संकल्पों और स्वप्नों के लिए स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने शहादत दी, वैसे भारत के निर्माण के लिए हमें योगदान देना होगा। अभी इन संकल्पों और स्वप्नों को पूरा करना शेष है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एक वैभावशाली, गौरवशाली, समृद्ध-सम्पन्न, शक्तिशाली और आत्म-निर्भर भारत का निर्माण हो रहा है। विकसित और आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश बनाने के लिए हम अपने कर्तव्यों का निर्वहन पूरी निष्ठा और ईमानदारी से करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान स्वाधीनता के अमृत महोत्सव के अंतर्गत रवीन्द्र भवन में आयोजित स्वाधीनता पर्व को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में प्रमुख सचिव जनसंपर्क तथा संस्कृति श्री शिवशेखर शुक्ला, लेफ्टिनेट जनरल श्री धीरज सेठ तथा मेजर जनरल वी.के. त्रिपाठी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों पर केन्द्रित प्रदर्शनी का शुभारंभ भी किया। इस अवसर पर भी 3 ई.एम.ई. सेंटर तथा महार रेजीमेंट द्वारा ब्रास बैंड, पाइप बैंड और जैज़ बैंड की संगीतमयी जुगलबंदियां प्रस्तुति की गईं।

स्वतंत्रता संग्राम पर साल भर आयोजित होंगे कार्यक्रम

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रत्येक प्रदेशवासी वृक्षारोपण, बेटियों के कल्याण, नशामुक्ति, स्वच्छता अभियान जैसी किसी एक गतिविधि से स्वयं को अवश्य जोड़े। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूर्ण होने पर साल भर सम्पूर्ण प्रदेश में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के समर्पण, त्याग और बलिदान पर केन्द्रित कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इससे आज की पीढ़ी इनके योगदान से अवगत होगी और यह इस पीढ़ी के लिए प्रेरक होगा।

रायसेन जिले के ग्राम बोरास में हुए संघर्ष को याद किया

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के संकल्प, उनकी प्रतिबद्धता, प्रेरक प्रसंगों और वीरतापूर्ण संस्मरणों का उल्लेख करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों टंट्या भील, भीमा नायक, रघुनाथ शाह, शंकर शाह, रानी अवंती बाई, राना बख्तावार सिंह तथा ठाकुर रणवत सिंह का स्मरण किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि रायसेन जिले के छोटे से गाँव बोरास में स्वतंत्रता के लिए कई लोगों ने अपने प्राण दे दिए। ऐसे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के बलिदान को नई पीढ़ी के सामने लाने की आवश्यकता है।

ब्रास-पाइप-जैज़ बैंड पर हुईं संगीतिक प्रस्तुतियां

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने संगीतिक प्रस्तुति के लिए बैंड मास्टर सूबेदार दीगर सिंह, बैंड मास्टर चंद्रदत्त तथा बैंड मास्टर विष्णुनाथ काम्बले को पुष्पगुच्छ भेंट कर सम्मानित किया। कार्यक्रम में सेम बहादुर मार्च, मेरे देश की धरती, कंधों से मिलते कंधे, देशों का सरताज भारत, भारत हमको जान से प्यारा है आदि धुनों की प्रस्तुति की गई।

प्रमुख सचिव संस्कृति तथा जनसंपर्क श्री शिवशेखर शुक्ला ने कहा कि स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव में प्रदेश में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में अधिक से अधिक जनसहभागिता सुनिश्चित की जाएगी। कार्यक्रमों के आयोजन में सेना का भी सहयोग लिया जाएगा।