राजभवन में आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय जबलपुर के कार्यों की हुई समीक्षा
राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि विश्वविद्यालय परीक्षाओं का बैकलॉग शीघ्र खत्म करें। उन्होंने कहा कि परीक्षा आयोजन और परीक्षा परिणामों में विलंब छात्र सहित पूरे परिवार को प्रभावित करता है। छात्रहित में परीक्षाओं का संचालन समय पर होना अत्यंत आवश्यक है। श्री पटेल मध्यप्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय जबलपुर के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे।
राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा परीक्षाओं का संचालन और परिणामों की समयानुसार घोषणा समाज में विश्वविद्यालय की छवि का निर्धारण करती है। विश्वविद्यालय के प्रति सकारात्मक वातावरण बनता है। उन्होंने कहा कि परीक्षा बैकलॉग पूर्ति के साथ ही आगामी परीक्षाओं और उनके परिणामों की समय पर घोषणा हो। इसकी समुचित तैयारियाँ अभी से की जाएँ।
अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा श्री मोहम्म्द सुलेमान ने बताया कि विश्वविद्यालय प्रबंधन को और अधिक बेहतर बनाने के लिए प्रभावी प्रयास किए गए हैं। विश्वविद्यालय द्वारा लंबित 23 परीक्षा में से 16 परीक्षाओं के परिणाम केंद्रीयकृत ऑफलाइन मूल्यांकन करा कर जारी कर दिए गए हैं। वर्तमान में 14 परीक्षाएँ प्रक्रियाधीन हैं। इनका मूल्यांकन मैनुअली करा कर रिजल्ट घोषित किया जाएगा। उन्होंने आश्वस्त किया कि परीक्षा बैकलॉग समाप्त कर विश्वविद्यालय की व्यवस्थाएँ तेजी से सुचारु बनाई जा रही हैं।
कुलपति श्री बी. चंद्रशेखर ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा लंबित सभी अंक सूचियाँ फरवरी माह में जारी कर दी जाएगी। विश्वविद्यालय द्वारा डिग्री प्रमाण-पत्र के लिए आवेदन की व्यवस्था को बंद कर सीधे स्थाई डिग्री प्रमाण-पत्र दिए जाने की व्यवस्था की गई है। विगत 5 माह में 10 हजार 896 प्रोविजनल और परमानेंट डिग्री सर्टिफिकेट जारी किए गए हैं। शासकीय कॉलेजों की संबद्धता का कार्य पूर्ण हो गया है। अकादमिक वर्ष 2020-21 के लिए निजी कॉलेजों की संबद्धता के लिए निरीक्षण का कार्य किया जा रहा है। इस अवधि के लिए प्राप्त सभी संबद्धता आवेदनों का माह अंत तक निराकरण हो जाएगा। विद्यार्थियों को रोल नंबर और एनरोलमेंट नंबर देने की नवीन प्रणाली लागू की गई है। कॉलेज में प्रवेश प्राप्ति के समय ही यूनिवर्सिटी एनरोलमेंट नंबर मिल जाएगा। रोल नंबर, एनरोलमेंट नंबर का हिस्सा होगा। विश्वविद्यालय प्रबंधन को एंड-टू-एंड बनाने के लिए एक ही इंटीग्रेटेड सॉफ्टवेयर के माध्यम से कार्य संचालन की व्यवस्था की जा रही है।
राज्यपाल के प्रमुख सचिव श्री डी.पी. आहूजा, आयुक्त चिकित्सा शिक्षा श्री निशांत बरबड़े, विश्वविद्यालय के कुलसचिव श्री प्रभात बुधौलिया और परीक्षा नियंत्रक सुश्री वृंदा सक्सेना मौजूद थे।