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स्वयंसेवी संगठन स्वस्थ्य और खुशहाल समाज के निर्माण में योगदान दें – राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल

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राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने स्वयंसेवी संगठनों का आव्हान किया है कि वे स्वस्थ्य और खुशहाल समाज के निर्माण में अपनी सक्रिय योगदान दें। वे लोगों को पर्यावरण संरक्षण के लिये भी जागरुक करें। एनीमिया मुक्त भारत के प्रयासों में सहभागी बनें। शिक्षा के प्रसार में भी अपना सहयोग दें।

राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल आज इंदौर में रोटरी क्लब द्वारा आयोजित 38वीं रोटरी डिस्ट्रिक्ट कांफ्रेंस को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने राष्ट्र तथा समाज सेवा के क्षेत्र में कार्य करने वाली विभूतियों का सम्मान भी किया। राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि नर सेवा ही नारायण सेवा है। यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने सबका साथ, विश्वास और प्रयासों से विकास का मंत्र दिया है। सब समान रूप से आगे बढ़ें, यह हर नागरिक का दायित्व और विकास की सबसे बड़ी जरूरत है। मज़बूत और आत्मनिर्भर राष्ट्र की कल्पना वंचित वर्गों और महिलाओं की भागीदारी और सशक्तिकरण के बिना नहीं की जा सकती है। ग्रामीण महिलाओं और वंचित वर्गों की जन-जागृति के प्रयासों में समाज के समर्थ समुदाय का सहयोग जरूरी है। स्वस्थ और मज़बूत समाज का आधार स्वस्थ और पढ़ी-लिखी माता है, वही स्वस्थ और संस्कारित भावी पीढ़ी के निर्माण का आधार है। किशोरी बालिकाएं भविष्य की माता हैं, जरूरी है कि उनके स्वास्थ्य और शिक्षा के प्रति उनके परिजनों में कॉन्शसनैस बढ़ाई जाए।

राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि बाल स्वास्थ्य और पोषण के लिए आंगनवाड़ी सेवा, स्कूलों में मध्यान्ह भोजन और किशोरी स्वास्थ्य और टीकाकरण की योजनाएं चलाई गयी हैं। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में सरकार गंभीरता के साथ गर्भवती और प्रसूता माताओं को पर्याप्त आराम, बेहतर स्वास्थ्य के लिए आर्थिक मदद भी देती हैं। सिकल सैल एनीमिया अत्यंत घातक और कष्टदायी है, जो अभी तक ला-इलाज है। यह अनुवांशिक रोग बड़ी चुनौती है। सिकल सेल की रोकथाम के लिए संभावित समुदाय के सभी सदस्यों में रोग जाँच कर, रोग वाहक और रोग पीड़ित की पहचान करना अनिवार्य है। भावी पीढ़ी को रोग मुक्त बनाने के लिए रोग वाहक की जेनेटिक काउंसलिंग किया जाना बहुत आवश्यक है। रोग पीड़ित के कष्ट को कम करने के लिए जीवन शैली, पोषण आहार के संबंध में जागृति के कार्यों पर भी बल देना जरूरी है। हमारे प्रदेश की बड़ी आबादी का कुपोषण और सिकल सेल एनीमिया रोग से पीड़ित होना, सभ्य समाज के लिए चिंता और चिंतन का विषय है।

श्री पटेल ने आव्हान किया कि स्वयंसेवी संगठन और समाज के समर्थ लोग अनुसूचित जनजातीय समाज में व्याप्त कुपोषण और सिकल सैल एनीमिया रोग को समाप्त करने में सहयोग के लिए आगे आयें। उन्होंने अपेक्षा की कि रोटरी क्लब का प्रत्येक सदस्य कम से कम 10 कुपोषित बच्चों और सिकल सेल रोगी के स्वास्थ्य और आहार प्रयासों में सहयोग का उत्तरदायित्व ग्रहण करे।  छोटे-छोटे प्रयास ही बड़े बदलाव करते हैं, पहला कदम आप रखेंगे, दूसरे में ज़माना साथ होगा।

कार्यक्रम को कर्नल महेन्द्र मिश्रा सहित अन्य अतिथियों ने भी संबोधित किया। ब्रिगेडियर एस.बी. सिंह ने स्वागत भाषण दिया। श्री नरेन्द्र जैन ने कार्यक्रम आयोजन उद्देश्यों की जानकारी दी। श्री वेदप्रताप वैदिक, कर्नल महेन्द्र मिश्रा, पीडीजी राजू सुब्रमण्यम एवं श्री प्रमोद जेजुरीकर विशेष रूप से उपस्थित थे।