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17 जुलाई को सूर्य कर्क राशि में प्रवेश होगा जानिए अपने राशि पर प्रभाव।

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ज्योतिष शास्त्र में सूर्य को उच्च सरकारी सेवा और मान-सम्मान का कारक कहा जाता है। कुंडली में सूर्य की शुभ स्थिति से जातक को राजनीतिक जीवन में सफलता मिलती है। ज्योतिष में सूर्य को आत्मा का कारक ग्रह भी माना जाता है इसलिए यदि आपकी कुंडली में सूर्य शुभ स्थान पर है तो आप आत्मज्ञान प्राप्ति की तरफ भी उन्मुख हो सकते हैं। वहीं सूर्य के अशुभ प्रभाव से मान-सम्मान व आत्मविश्वास में कमी, पिता से मतभेद और आँख से जुड़ी किसी तरह की कोई समस्या उत्पन्न हो सकती है। सूर्य को प्रबल बनाने के लिए सूर्य से संबंधित उपाय किये से चाहिए। इसके लिए यदि आप रविवार के दिन सूर्य से संबंधित वस्तुओं का दान, सूर्य की होरा और सूर्य के नक्षत्रों (कृतिका, उत्तरा-फाल्गुनी और उत्तराषाढ़ा) में करें तो आपको फायदा होगा।

सूर्य के उपाय

सूर्य ग्रह की शांति के लिए वैदिक ज्योतिष में कई उपाय बताए गए हैं। इन उपायों में सूर्य के वैदिक, तांत्रिक और बीज मंत्रों का जाप करना भी प्रमुख है। सूर्य के यह मंत्र नीचे दिये गये हैं इन मंत्रों का जाप करके आप अपने सूर्य को मजबूत बना सकते हैं।

सूर्य का वैदिक मंत्र-

“ॐ आ कृष्णेन रजसा वर्तमानो निवेशयन्नमृतं मर्त्यं च।
हिरण्ययेन सविता रथेना देवो याति भुवनानि पश्यन्।।”

सूर्य का तांत्रिक मंत्र-

“ॐ घृणि सूर्याय नमः”

सूर्य का बीज मंत्र-

“ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः”

सूर्य गोचर का समय

सूर्य देव 17 जुलाई 2019, बुधवार को प्रातः 04:23 बजे मिथुन से कर्क राशि में गोचर करेंगे और 17 अगस्त, शनिवार 12:47 बजे तक इसी राशि में स्थित रहेंगे। सूर्य के इस गोचर का प्रभाव सभी बारह राशियों पर होगा हालांकि कर्क राशि में सूर्य के गोचर का प्रभाव ज्यादा देखने को मिलेगा। तो आईये अब इस राशिफल के माध्यम से डालते हैं उन प्रभावों पर एक नजर……

यह भविष्यफल चंद्र राशि पर आधारित है। अपनी चंद्र जानने के लिए अवश्य पढ़े

मेष

सूर्य का गोचर आपकी राशि से चतुर्थ भाव में होगा। ज्योतिषशास्त्र में इस भाव को सुख भाव भी कहा जाता है। यह भाव कारक होता है आपकी माता का, सुख का और गृह निर्माण का। इस गोचर के समय आपको अपने माता-पिता के स्वास्थ्य का ध्यान रखने की जरूरत है। उनके स्वास्थ्य में गिरावट आ सकती है। पारिवारिक जीवन में किसी समस्या के चलते आपको मानसिक तनाव होने की भी संभावना है। हालांकि आप अपनी सूझबूझ से समस्या का हल निकालने की कोशिश करेंगे, लेकिन इस दौरान आप घर के लोगों पर हावी होने की भी कोशिश कर सकते हैं। आपका ऐसा व्यवहार विवाद को और गहरा कर सकता है इसलिए ऐसा करने से बचें। वैवाहिक जीवन अच्छा रहेगा, जीवनसाथी आपके प्रति विनम्र होगा। नौकरी पेशा से जुड़े लोगों को कार्यक्षेत्र मे लाभ मिलने की संभावना है। सरकारी कामों में इस गोचर के चलते आपको फायदा मिलेगा।

उपाय: हरिवंश पुराण का पाठ करें अथवा उसे सुनें।

वृषभ

आपके तृतीय भाव में सूर्य देव का गोचर हो रहा है। तृतीय भाव में सूर्य का यह गोचर आपके साहस में वृद्धि करेगा। आप इस दौरान जो भी काम हाथ में लेंगे उसे एकाग्रता के साथ पूरा करने की कोशिश करेंगे। आपकी ऊर्जा कार्यक्षेत्र में आपको अच्छे फल दिलाएगी। अपने विरोधियों पर इस दौरान आप हावी रहेंगे और तर्क-वितर्क की स्थिति में उनपर विजय प्राप्त करेंगे। इस राशि के कुछ लोगों को काम के सिलसिले में इस दौरान छोटी दूरी की यात्रा करनी पड़ सकती है। इस गोचरीय स्थिति में आपके माता-पिता के स्वास्थ्य में गिरावट आ सकती है। पारिवारिक जीवन में थोड़ी मुश्किलें हो सकती हैं क्योंकि इस समय भाई-बहनों से आपके मतभेद हो सकते हैं ऐसे पलों में अपने गुस्से को काबू में रखें। सामाजिक जीवन में आप बहुत अच्छा प्रदर्शन कर पाएंगे। इस अवधि में आप कुछ नए लोगों से मिल सकते हैं जो आने वाले समय में आपके लिए मददगार साबित होंगे। सूर्य के इस गोचर से आपके जीवनसाथी को उनके कार्यक्षेत्र में सफलता मिलेगी।

उपाय: रविवार के दिन पंडितों को तांबे की वस्तु दान करें।

मिथुन

ज्योतिष शास्त्र में द्वितीय भाव को आपकी वाणी और धन का कारक माना जाता है। सूर्य का गोचर आपके द्वितीय भाव में ही हो रहा है। द्वितीय भाव में सूर्य के गोचर के चलते आपकी वाणी में कर्कशता आ सकती है। आपके कठोर वचनों से कुछ लोग आपसे नाराज भी हो सकते हैं। परिवार के लोगों के साथ सामंजस्य बिठाना है तो अपनी वाणी में आपको मधुरता लानी होगी। आपका जीवनसाथी इस समय आपको समझने में कामयाब होगा और आपकी कई समस्याओं को वो दूर कर देगा। सरकारी क्षेत्र से आपको मुनाफ़ा हो सकता है। आर्थिक पक्ष भी इस दौरान मजबूत होगा यह वह समय है जब आप धन संचय कर पाने में सफल होंगे। अपने स्वास्थ्य का इस दौरान आपको ख्याल रखना चाहिए क्योंकि इस दौरान आपको आँख से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। आंखों को स्वस्थ रखने के लिए आपको दिन में कम से कम पांच बार साफ पानी से आंखों को साफ करना चाहिए।

उपाय: अपने पिताजी की सेवा एवं उनका सम्मान करें और सूर्य देव को लाल पुष्प चढ़ाएँ।

कर्क

सूर्य का गोचर आपकी ही राशि यानि आपके लग्न भाव में होगा। काल पुरुष की कुंडली में यह स्थान मेष राशि का होता है। प्रथम भाव से हम आपके स्वभाव, स्वास्थ्य और आत्मज्ञान के बारे में विचार करते हैं। इस भाव में चंद्रमा के गोचर से आपको स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां हो सकती हैं। इस समय ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन न करें जिनसे आपको एलर्जी है। सूर्य के आपकी राशि में गोचर के चलते आपके स्वभाव में अहंकार की वृद्धि हो सकती है और वाणी में भी कड़वापन आ सकता है। आपके व्यवहार के कारण परिवार के लोगों से भी आपकी अनबन हो सकती है। खासकर आपके जीवनसाथी को आपके व्यवहार के कारण परेशानी उठानी पड़ेगी। आपको सलाह दी जाती है कि इस दौरान अपने पार्टनर की बातों को नज़रअंदाज़ न करें उनकी बातों में आपकी भलाई ही छुपी होगी। छात्रों को इस दौरान अपने दोस्तों के साथ मिलकर किसी नये विषय पर चर्चा करनी चाहिए। नौकरी पेशा से जुड़े लोग अपनी कमियों को दूर करने की इस दौरान कोशिश करेंगे।

उपाय: इस मंत्र का जाप करें- ॐ घृणि सूर्याय नमः।।

सिंह

सूर्य का गोचर आपकी राशि से द्वादश भाव में होगा। इस भाव को व्यय भाव भी कहा जाता है। इस भाव में सूर्य के गोचर के दौरान आपको धन से जुड़े मामलों में बहुत संभलकर चलना होगा। किसी ऐसे इंसान को इस वक्त उधार देने से बचें जिस पर आपको भरोसा नहीं है। यह गोचर आपकी सेहत के लिहाज से अच्छा नहीं कहा जा सकता इसलिए इस दौरान आपको अपने शरीर को तंदरुस्त रखने के लिए योग करना चाहिए। नियमित प्राणायाम करना आपके लिए बहुत अच्छा रहेगा। अगर समस्या बड़ी है तो तुरंत चिकित्सक के पास जाएं। इस राशि के कुछ जातक इस अवधि में विदेश में बसने का मन बना सकते हैं। आपकी कड़ी मेहनत आपको कई मुश्किल परिस्थितियों से निकाल लेगी। इस दौरान आपके ख़र्चों में वृद्धि हो सकती है। छात्रों को पढ़ाई के प्रति सकारात्मक रुख बनाए रखने की जरुरत है।

उपाय: रविवार को अपने बाज़ू पर बेल मूल धारण करें।

कन्या

सूर्य का गोचर आपकी राशि से एकादश भाव में हो रहा है। काल पुरुष की कुंडली में यह स्थान कुंभ राशि का होता है और यह भाव कारक होता है लाभ का, आय का और बड़े भाई-बहनों से आपके संबंध का। सूर्य देव के आपके एकादश भाव में गोचर करने से आपको आर्थिक लाभ होने की पूरी संभावना है। खासकर वो लोग जो विदेशों से व्यापार करते हैं उन्हें इस समय मुनाफ़ा हो सकता है। आपके विरोधी इस समय में आपके तेज के सामने टिक नहीं पाएंगे। नौकरी पेशा से जुड़े लोगों को भी कार्यक्षेत्र में इस दौरान अच्छे फल मिलेंगे। आपके सीनियर्स आपके काम से खुश रहेंगे ऐसे में आप भी इस बात का ख्याल रखें कि आपके व्यवहार से कहीं वो नाराज़ न हो जाएं। आपका अहंकार आपके प्रेम के रिश्ते में कड़वाहट घोल सकता है इसलिए अपने अंहकार को खुद से दूर रखने की कोशिश करें। अगर आपके बच्चे अभी छोटे हैं तो उनके व्यक्तित्व पर इस समय ध्यान दें और उन्हें गलत संगति में जाने से रोकें।

उपाय: रविवार को लाल कपड़ा दान में दें।

तुला

सूर्य का गोचर आपकी राशि से दशम भाव में हो रहा है। ज्योतिषशास्त्र में इस भाव को कर्म भाव भी कहा जाता है। इस भाव में सूर्य की स्थिति आपके लिए मंगलकारी है। आपके काम करने की गति इस अवधि में बहुत तीव्र होगी। आप जो भी काम हाथ में लेंगे उसे पूरी रचनात्मकता के साथ करेंगे। कार्यस्थल में आपको उन्नति मिल सकती है। आपके काम से खुश होकर आपके सीनियर्स के द्वारा आपकी तारीफ होने की पूरी संभावना है। सरकारी योजनाओं का इस दौरान आपको लाभ प्राप्त होगा। हालांकि पारिवारिक जीवन में आपको थोड़ी बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है किसी मुद्दे को लेकर घर के लोगों के बीच अनबन होने की संभावना है। लेकिन आपके बड़े भाई-बहन इस समय आपको पूरा सहयोग देंगे और उनकी सलाह आपको गलत निर्णय लेने से बचाएगी। अगर आप शादीशुदा हैं तो इस दौरान आपके ससुराल में किसी के बीमार होने की वजह से आपके जीवनसाथी का मन दुखी हो सकता है, ऐसे समय में उनकी भावनाओं की कद्र करें और उनका हौसला बढ़ाएं।

उपाय: रविवार के दिन बैल को गेहूँ व चना खिलाएँ।

वृश्चिक

सूर्य देव का गोचर आपकी राशि से नवम भाव में होगा। काल पुरुष की कुंडली में यह स्थान धनु राशि का होता है। इस भाव को धर्म भाव भी कहा जाता है। नवम भाव में सूर्य का गोचर आपके लिए अच्छा रहने वाला है। गोचर के दौरान आप धर्म के प्रति जुड़ाव का अनुभव करेंगे। इस दौरान आप किसी लंबी यात्रा पर भी जा सकते हैं और इस यात्रा से आपको लाभ भी हो सकता है। इस अवधि में दान-पुण्य करना आपके लिए लाभदायक रहेगा। इससे आपको मानसिक शांति का अनुभव होगा। सामाजिक जीवन में आप इस दौरान अच्छा प्रदर्शन कर पाएंगे। आपके बोलने की कला आपको लोकप्रिय बनाएगी जिसके चलते आपके मान-सम्मान में भी वृद्धि होगी। पारिवारिक जीवन सामान्य रहेगा लेकिन अपने पिता का आपको विशेष ध्यान रखना होगा। भाई-बहनों से किसी बात को लेकर मतभेद हो सकते हैं हालांकि इन मतभेदों से आपके बीच दूरी नहीं आएगी। इस राशि के कई जातक इस दौरान नौकरी में परिवर्तन भी कर सकते हैं। किसी हिल स्टेशन पर घूमने से आपका दिमाग तरोताजा हो सकता है इसलिए खुद के लिए समय निकालें और घूमने का प्लान बनाएँ।

उपाय: रोज़ाना तांबे के लोटे में जल लें और उसमें लाल कुमकुम मिलाकर सूर्य देव को चढ़ाएँ।

धनु

सूर्य देव आपकी राशि से अष्टम भाव में गोचर कर रहे हैं। आर्थिक पक्ष इस दौरान कमजोर हो सकता है इसलिए धन से जुड़े मामलों में इस दौरान सावधानी बरतें। अगर धन का निवेश करने का सोच रहे हैं तो ऐसा करने से पहले किसी जानकार से सलाह अवश्य लें। इस दौरान आपकी सेहत भी नासाज़ रहेगी जिसकी वजह मानसिक तनाव हो सकता है। खुद को तरोताज़ा रखने के लिए आप सुबह शाम सैर कर सकते हैं या घर पर योग कर सकते हैं। पिता के साथ आपके मतभेद हो सकते हैं और इस दौरान उनकी तबियत भी खराब रह सकती है। मतभेदों को भुलाकर आपको उनकी सेहत का ध्यान रखना चाहिए। भावनाओं में बहकर इस दौरान किसी को भी कोई ऐसी बात न बोल दें जिससे सामने वाले को बुरा लग जाए। छात्रों को इस समयावधि में पढ़ाई के साथ-साथ अपने स्वास्थ्य पर भी ध्यान देने की जरुरत है। स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ दिमाग का निवास होता है इसलिए सेहत को दुरुस्त रखने की कोशिश करें।

उपाय: आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें।

मकर

सूर्य देव मिथुन राशि से कर्क राशि में गोचर करेंगे। सूर्य का यह गोचर आपकी राशि से सप्तम भाव में होगा। सप्तम भाव से हम जीवन में होने वाली साझेदारियों के बारे में विचार करते हैं। इस गोचर के चलते आपको पारिवारिक जीवन में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। आपकी भाषा का कठोरपन घर में अशांति ला सकता है इसलिए इस दौरान अपनी वाणी पर नियंत्रण रखने की कोशिश करें और उतना ही बोलें जितना ज़रूरी है। यह गोचर आपको शारीरिक परेशानियां भी दे सकता है, अत: अपने स्वास्थ्य के प्रति ढुलमुल रवैया इस दौरान न अपनाएं। इस राशि के छात्रों के लिए यह गोचर बहुत अच्छे संकेत दे रहा है, पढ़ाई में इस वक्त आपका मन लगेगा और गुरुजनों से आपको सहायता भी मिलेगी। कार्यक्षेत्र में यदि किसी वजह से तनाव की स्थिति बनी थी तो इस गोचर के चलते परिस्थितियां सामान्य हो जाएंगी।

उपाय: रविवार को तांबे की वस्तु दान करें।

कुंभ

सूर्य देव आपकी राशि से षष्ठम भाव में गोचर कर रहे हैं। इस भाव को शत्रु भाव भी कहा जाता है। इस भाव में सूर्य के गोचर के दौरान आप अपने विरोधियों पर पूरी तरह से हावी रहेंगे। अपने तर्कों से आप अपने विरोधियों का मुंह बंद कर देंगे। हालांकि आपको इस दौरान किसी से भी ऐसी बात कहने से बचना चाहिए जिससे बाद में आपको ही बुरा लगे। जिन छात्रों ने हाल ही में प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग लिया है उन्हें इस गोचर के दौरान सकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं। कोर्ट-कचहरी से जुड़े मामलों में आपको सोच-समझकर चलना होगा। वैवाहिक जीवन वैसे तो अच्छा रहेगा लेकिन जीवनसाथी के स्वास्थ्य में गिरावट आने की वजह से आप भी चिंतित हो सकते हैं। इस राशि के कारोबारियों को इस दौरान अपने साझेदारों पर नजर बनाए रखने की जरुरत है। क्योंकि साझेदार की वजह से आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है। नौकरी पेशा से जुड़े लोग कार्यक्षेत्र में सफलता हासिल करेंगे।

उपाय: रविवार को गेहूँ और चना दान में दें।

मीन

सूर्य का गोचर आपकी राशि से पंचम भाव भाव में होगा। काल पुरुष की कुंडली में यह स्थान सिंह राशि का होता है। यह भाव विद्या, ज्ञान और संतान का कारक माना जाता है। सूर्य के इस गोचर के चलते कार्यक्षेत्र मे आपको चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। सीनियर्स के साथ विवाद की स्थिति बन सकती है इसलिए संभलकर चलें। प्रेम जीवन में प्रियतम के साथ अनबन की स्थिति बन सकती है लेकिन आप यदि शांति बनाए रखेंगे तो स्थिति जल्द ही सुधर जाएगी। हालांकि अगर आपने अपने गुस्से को खुद पर हावी होने दिया तो रिश्ते में खटास आ सकती है। छात्रों के स्वभाव में इस दौरान चिड़चिड़ापन आ सकता है इसकी वजह पढ़ाई में मन न लगना भी हो सकता है, एकाग्रता को मजबूत करने के लिए योग-ध्यान करें। सामाजिक स्तर पर आप सक्रिय रहेंगे और राजनीति से जुड़ी बहसों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेंगे।

उपाय: सूर्य बीज मंत्र का जाप करें: ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः।।

ज्योतिषाचार्य
पंडित अशोक भारद्वाज महाकाल ज्योतिष केंद्र 9893250809 /9425004808