तेन्दूपत्ता संग्राहकों के बच्चों का कुपोषण दूर करने के लिए मिलेगा शहद-च्यवनप्राश
वन मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह ने कहा है कि तेन्दूपत्ता तोड़ने वाले संग्राहकों के कुपोषित बच्चे, जो आँगनवाड़ी में अध्ययनरत हैं, उन्हें 6-6 महीने की राशि और खाद्यान्न उपलब्ध कराया जाकर उनके जीवन को खुशहाल बनाने के लिए राज्य सरकार गंभीरता से प्रयास कर रही है। डॉ. शाह खण्डवा जिले के वन ग्राम आँवलिया में जनजातीय उद्यमिता प्रशिक्षण विकास केन्द्र के एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का शुभारंभ कर रहे थे।
वन मंत्री डॉ. शाह ने प्राथमिक लघु वनोपज समितियों के प्रबंधकों के प्रशिक्षण सह जागरूकता कार्यशाला में कहा कि तेन्दुपत्ता संग्राहकों के बच्चों का कुपोषण दूर करने के लिए वन विभाग द्वारा महुआ का च्यवनप्राश बनाया जाएगा। कुपोषित बच्चों को प्रतिदिन 10 ग्राम शहद और 15 ग्राम च्यवनप्रास उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि तेन्दूपत्ता प्रबंधकों की मृत्यु होने की दशा में विभाग द्वारा उनके परिजन को 6 लाख रूपये की सहायता दी जाएगी।
मासिक मानदेय में वृद्धि
वन मंत्री डॉ. शाह ने कहा कि प्राथमिक वनोपज समिति प्रबंधकों को आगामी अप्रैल माह से मौजूदा मासिक मानदेय 10 हजार से बढ़ कर 13 हजार रूपए मिलने लगेगा।
10 टी.बी. मरीज को पोषण आहार वितरित
वन मंत्री ने प्रधानमंत्री टी.बी. मुक्त भारत अभियान में खालवा ब्लाक के चिन्हित 10 टीबी मरीज को पोषण आहार वितरित किया। उन्होंने वनग्राम आंवलिया परिसर में पौध-रोपण भी किया।