Home मध्य-प्रदेश जनजातीय विद्यार्थियों ने मंच से दिया शिक्षा और जागरुकता का संदेश

जनजातीय विद्यार्थियों ने मंच से दिया शिक्षा और जागरुकता का संदेश

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दो दिवसीय राज्यस्तरीय ई.एम.आर.एस. सांस्कृतिक और साहित्यिक कार्यक्रम का समापन
बावड़िया कला स्थित एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय (गुरुकुलम) में प्रदेश के 250 विद्यार्थी और 30 से अधिक शिक्षक हुए शामिल

जनजातीय कार्य विभाग द्वारा संचालित एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय (ई.एम.आर.एस.) के वार्षिक सांस्कृतिक एवं साहित्यिक महोत्सव का दो दिवसीय राज्यस्तरीय कार्यक्रम का समापन हुआ। बावड़िया कला स्थित एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय (गुरुकुलम) में आयोजित इस कार्यक्रम में प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए 63 ई.एम.आर.एस. के लगभग 250 विद्यार्थियों ने विभिन्न विधाओं में हिस्सा लिया। दूसरे दिन प्रदेश के 30 से अधिक शिक्षकों ने भारतीय शास्त्रीय संगीत में विभिन्न गायन एवं वादन प्रस्तुतियां दीं। विद्यार्थियों ने महिला सशक्तिकरण, नशामुक्ति, शिक्षा का महत्व और सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन कार्यक्रम जैसे विभिन्न विषयों पर आधारित नाटकों की प्रस्तुतियां दीं। राज्यस्तर पर चयनित होने वाले विद्यार्थियों व शिक्षकों के लिये राष्ट्रीय प्रतियोगिता से पहले मार्गदर्शन शिविर का आयोजन किया जाएगा जिसमें इनकी प्रतिभा को निखारा जाएगा। चयनित विद्यार्थी और शिक्षक 3 अक्टूबर को देहरादून में आयोजित होने वाली राष्ट्रीय प्रतियोगिता में मध्यप्रदेश का प्रतिनिधित्व करेंगे। कार्यक्रम के समापन पर जनजातीय कार्य विभाग के संभागीय उपायुक्त नरोत्तम सिंह बरकड़े और सहायक आयुक्त सुधीर श्रीवास्तव ने प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र व स्मृति-चिन्ह दिये। इस अवसर पर संगीत निर्माता-निर्देशक उमेश तरकशवार और डॉ. वीनस बतौर निर्णायक व अन्य मार्गदर्शक उपस्थित थे।

इन विधाओं में राष्ट्रीय स्तर पर देंगे प्रस्तुति – शास्त्रीय गायन, जनजातीय लोककथा वाचन, समूह नृत्य, समूह गान, वादन, एकल गायन, नाटक, एकल नृत्य, चित्रकला, तात्कालिक भाषण, स्पेल-बी, वाद-विवाद, वाचन, सृजनात्मक लेखन, प्रश्नोत्तरी आदि।