शारदीय नवरात्रि का पांचवां दिन , इस दिन मां स्कंदमाता की पूजा की जाती है. यह मां दुर्गा का पांचवां अवतार है, मां स्कंदमाता की पूजा करने के लिए सबसे पहले स्नान के बाद पीले रंग के वस्त्र धारण करें. फिर पूजा स्थल को गंगाजल से साफ करें. उसके बाद मां स्कंदमाता की तस्वीर या मूर्ति स्थापित करें. अब देवी को अक्षत, धूप, गंध, फूल, बताशा, केले, पान, सुपारी, लौंग अर्पित करें. बता दें कि ब्रह्म मुहूर्त के शुभ समय में स्कंदमाता की पूजा करना अधिक शुभ माना जाता है. उसके बाद माता की आरती करें, शंख बजाएं और फिर मंत्रों का जाप करें.
‘या देवी सर्वभूतेषू मां स्कंदमाता रूपेण संस्थिता, ‘नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:’
मां स्कंदमाता की पूजा के दौरान इस मंत्र का जाप करना अधिक शुभ माना जाता है.
मां स्कंदमाता को केले और केले से बनी चीजों का भोग लगाया जाता है.