इस बार माता के नवरात्र पूरे नौ दिनों के हैं. तो दशहरा 24 अक्टूबर को मंगलवार के दिन होगा जिस दिन माता से आशीर्वाद लेकर उन्हें बिदा किया जाता है. वो किस वाहन पर लौटती हैं ये कई शुभ अशुभ संकेत देता है.
दुर्गा माता का आगमन इस साल 15 अक्टूबर को रविवार के दिन हुआ. रविवार को माता हाथी पर सवार होकर आयीं देवीभागवत पुराण के अनुसार, माता का आगमन जिस वर्ष हाथी पर होता है उससे माना जाता है कि माता अपने साथ खूब सारी खुशियां, ज्ञान और समृद्धि लेकर आयी हैं. देश में धन धान्य में बढ़ोतरी होती है और साथ ही अनाज के भंडारे भी भर जाते हैं. ये इस बात का भी संकेत होता है कि इस बार वर्षा से फसलों की अच्छी पैदावार होगी. इसी तरह से जब माता के जाने का समय आता है तो वो जिस सवारी पर सवार होकर लौटती हैं उससे लोगों की सुख समृद्धि जुड़ी होती है.
इस साल 24 अक्टूबर मंगलवार 2023 को विजयदशमी है,और देवीभागवत के अनुसार ‘शनि भौमदिने यदि सा विजया चरणायुध यानि करी विकला।‘ इस श्लोक से स्पष्ट है कि इस वर्ष माता पैदल जा रही हैं. इसकी वजह है कि विजयादशमी मंगलवार को है. मंगल और शनिवार के दिन विदाई होने पर माता किसी भी वाहन पर नहीं जाती हैं देवी के पास किसी वाहन का ना होना और इनका नंगे पांव जाना अच्छा नहीं माना गया है. यह निराशा और व्याकुलता का सूचक है. अर्थव्यवस्था की रफ्तार सुस्त होगी. देवी के आने जाने की स्थिति का मिलाजुला प्रभाव यह है कि इस वर्ष लोगों में हताशा चिंता का भाव बढ़ेगा. जन धन का नुकसान होगा.
तो आपने अगर माता दुर्गा की इन नवरात्रि पूजा की है तो आप उनसे ऐसा ना होने की विनती करें. माता के आशीर्वाद से आपके घर की खुशियां बनीं रहेंगी.