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चक्रवाती तूफान बुलबुल ने ओडिशा में दी दस्‍तक

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भुवनेश्वर, शक्तिशाली चक्रवाती तूफान ‘बुलबुल’ ने ओडिशा के तट पर स्थित भद्रक जिले में दस्तक दे दी है। ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश शुरू हो गई है। भारी बारिश और तेज हवाओं के चलते कई इलाकों में पेड़ उखड़ गए हैं और सड़क संपर्क टूट गया है। ‘बुलबुल’ से निपटने के लिए तमाम आपदा प्रबंधन एजेंसियां अलर्ट पर हैं। मौसम विभाग के मुताबिक, शुरुआत में काफी तेज गति से आने वाले इस तूफान की गति धीरे-धीरे कम होती जाएगी।
ओडिशा में लोगों को बुलबुल से बचाने के लिए ओडिशा डिजास्टर रैपिड ऐक्शन फोर्स (ओडीआरएएफ) की टीम तैनात है। भद्रक जिले में कालीभांजा डीहा द्वीप के पास नाव डूब जाने से आठ मछुआरे फंस गए थे। रैपिड ऐक्शन फोर्स और स्थानीय मछुआरों की मदद से इन आठ मछुआरों को सकुशल बचा लिया गया है।

कई इलाकों में उखड़े पेड़, सड़क संपर्क भी टूटा
‘बुलबुल’ के कारण मध्य ओडिशा के कई हिस्सों तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हुई जिसके चलते पेड़ उखड़ गए और सड़क संपर्क टूट गया। विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) पी के जेना ने बताया कि अभी तक कहीं से भी किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा और भद्रक जिलों में कई स्थानों पर बड़ी संख्या में पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए। मुख्य सचिव असित त्रिपाठी ने बताया कि राज्य सरकार स्थिति पर करीब से नजर रख रही है और इससे निपटने के लिए आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।

उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और ओडीआरएएफ के कमिर्यों ने प्रभावित इलाकों में यातायात के सुचारू संचालन के लिए उखड़े पेड़ों को सड़कों से हटाने का काम शुरू कर दिया है। भुवनेश्वर मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक एच आर बिस्वास ने बताया कि बेहद गंभीर श्रेणी का चक्रवाती तूफान ‘बुलबुल’ अभी पारादीप से करीब 95 किलोमीटर पूर्व-उत्तरपूर्व में बंगाल की खाड़ी के उत्तरपश्चिम में है। उन्होंने बताया कि ‘बुलबुल’ से ज्यादातर स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हुई और मध्य ओडिशा के कुछ इलाकों में भारी से बहुत भारी वर्षा हुई।

180 मिलीमीटर तक हुई बारिश
बिस्वास ने बताया कि जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, बालासोर और भद्रक जैसे जिलों में 70-80 किलोमीटर प्रति घंटे से लेकर 90 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार से तेज हवा चली जबकि ज्यादातर तटीय इलाकों में तूफानी परिस्थितियां बनी रही। एसआरसी ने बताया कि केंद्रपाड़ा जिले के राजनगर ब्लॉक में शुक्रवार से अब तक सबसे अधिक 180 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई जबकि भद्रक के चांदबाली में 150 मिमी. और जगतसिंहपुर जिले के तिरतोल में 100 मिमी. बारिश दर्ज की गई। अधिकारियों ने बताया कि राज्य के कुछ तटीय क्षेत्रों में संवेदनशील और निचले इलाकों से करीब 3,000 लोगों को निकाला गया है। केंद्रपाड़ा जिला प्रशासन ने 1,070 लोगों को सुरक्षित शिविरों में पहुंचाया।