आगरा
ताजमहल सहित जिले के सभी स्मारकों का दीदार महंगा होने जा रहा है। पथकर सलाहकार समिति ने इन स्मारकों पर पथकर में वृद्धि करने का प्रस्ताव तैयार किया है। आगरा विकास प्राधिकरण (एडीए) के अधिकारियों का कहना है कि इस सप्ताह के अंत तक प्रस्ताव शासन को भेज दिया जाएगा। वहां से सहमति मिलते ही टिकट दर में वृद्धि कर दी जाएगी। जनवरी 2020 में नई दरें लागू हो सकती हैं।
ताजमहल सहित सभी स्मारकों से लिए जाने वाले पथकर से पर्यटन सुविधाएं विकसित की जाती हैं। पर्यटकों को पुरातत्व विभाग का टिकट खरीदना होता है और आगरा विकास प्राधिकरण पथकर का टिकट देता है। अब तक स्मारकों पर पुरातत्व विभाग की टिकट दर अधिक थी और पथकर कम था। एडीए ने पथकर की दरों को बढ़ाकर एएसआई के बराबर करने का प्रस्ताव किया था। पथकर सलाहकार समिति की तीन अक्तूबर की बैठक में स्वीकृति दे गई थी।
अब एक सप्ताह में सभी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद प्रस्ताव शासन को भेज दिया जाएगा। प्राधिकरण के अधिकारियों का मानना है कि शासन की सहमति में कम से एक माह का समय लग सकता है। इसलिए उम्मीद है कि नई दरों को नए वर्ष में ही लागू किया जाएगा। हालांकि टिकट दरों में वृद्धि का प्रस्ताव शासन में पहले भी जा चुका है। तब शासन से सहमति नहीं मिली थी।
विदेशी पर्यटकों के लिए ताजमहल में एंट्री शुल्क होगा 1200 रुपये। अभी 1100 है।
सार्क देश के पर्यटकों को वृद्धि से राहत, उनको 500 रुपये ही देने होंगे।
देशी पर्यटकों के लिए एंट्री 40 रुपये महंगी, टिकट 80 रुपये की मिलेगी।
(सभी पर्यटकों को मुख्य गुंबद पर जाने के 200 रुपये अतिरिक्त देने होते हैं)
पथकर सलाहकार समिति की बैठक के मिनिट्स पर समिति के सदस्यों के हस्ताक्षर नहीं हुए हैं। सभी औपचारिकताओं को इस सप्ताह में पूर्ण कर लिया जाएगा। कोशिश होगी कि इसी सप्ताह के अंत तक प्रस्ताव को शासन के लिए भेज दिया जाए। शासन की ओर से निर्देश मिलेंगे उन्हीं के आधार पर कार्यवाही की जाएगी। – पंकज शर्मा, प्रभारी पथकर, आगरा विकास प्राधिकरण